राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Jul 25 2020 6:29PM बगहा चीनी मिल ने गन्ना किसानों के बकाये की 95 प्रतिशत से अधिक राशि का किया भुगतानबगहा, 25 जुलाई (वार्ता) कोरोना महामारी की विषम परिस्थिति में गन्ना किसानों की मदद के लिए आगे आई बिहार में पश्चिम चंपारण जिले की तिरुपति शुगर लिमिटेड (बगहा चीनी मिल) ने कृषकों के बकाये की 95.22 प्रतिशत राशि का भुगतान कर उनके परिवारों को संकट से बचा लिया है। कंपनी के प्रबंध निदेशक दीपक यादव ने शनिवार को यहां बताया कि मिल प्रबंधन ने पेराई सत्र 2019-20 में 25 मार्च 2020 तक किसानों से एक करोड़ सात लाख 76 हजार क्विंटल गन्ना की खरीद की थी, जिसकी कुल कीमत तीन अरब 25 करोड़ 49 लाख 59 हजार रुपये थी। मिल प्रबंधन ने कुल देय राशि में से तीन अरब नौ करोड़ 93 लाख 59 हजार रुपये का भुगतान कर दिया है, जो कुल राशि का 95.22 प्रतिशत है। बगहा चीनी मिल गन्ना किसानों की बकाया राशि का भुगतान करने के मामले में बिहार में शीर्ष पर पहुंच गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता श्री यादव ने संक्रमण काल में ‘कोई परिवार भूखा न सोये’ कार्यक्रम के तहत जरूरतमंद परिवारों के बीच खाद्य सामग्रियों के वितरण के बारे में बताया कि उनकी टीम निरंतर जरूरतमंद परिवारों एवं गांवों में संपर्क कर रही है तथा लोगों की हरसम्भव मदद की जा रही है। इस कार्यक्रम के तहत पिछले 100 दिनों से लगातार एक-एक गांव में जरूरतमंदों के बीच राशन एवं अन्य सामग्रियों का वितरण किया जा रहा है। कार्यक्रम के तहत करीब एक लाख लोगों के बीच राहत सामग्री उपलब्ध कराई गई है। प्रबंध निदेशक ने अतिवृष्टि एवं नेपाल द्वारा गंडक नदी में अत्यधिक पानी छोड़े जाने के कारण पूरे पश्चिम चंपारण जिले में उत्पन्न बाढ़ की गंभीर स्थिति की चर्चा करते हुए कहा कि उनके कार्यकर्ता तथा चीनी मिल के कर्मचारी निरंतर प्रभावित गांवों में लोगो से संपर्क कर रहे हैं और आवश्यकता अनुसार मदद पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर उन्होंने बाढ़ प्रभावित गांवों की रिपोर्ट भी समय से भेज दी है, जिस पर राज्य सरकार द्वारा बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद का एलान किया गया है। सं सूरज सतीशवार्ता