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मुंगेर में सत्ता के सिकंदर बनना चाहते हैं महागठबंधन के नये सिपहसालार

मुंगेर, 22 अक्टूबर (वार्ता) बिहार में 28 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा के प्रथम चरण के चुनाव में मुंगेर जिले की सभी तीन सीटों पर महागबंधन ने नये प्रत्याशियों पर दाव लगाया है, जो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और अन्य राजनीतिक दलों को चुनौती देकर सत्ता के संग्राम में नये सिकंदर बनने की ख्वाहिश रखते हैं।
तारापुर सीट से महागठबंधन के घटक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री जय प्रकाश नारायण यादव की पुत्री दिव्या प्रकाश पहली बार सत्ता के संग्राम में अपनी बाजी खेल रही है, जहां उनका मुकाबला जनता दल यूनाईटेड (जदयू) प्रत्याशी और निवर्तमान विधायक डाॅ. मेवालाल चौधरी से होने की उम्मीद है। वर्ष 2015 के चुनाव में जदयू के डाॅ. मेवालाल चौधरी ने हम उम्मीदवार शकुनी चौधरी को 11947 मतों के अंतर से शिकस्त दी थी। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने मीना देवी जबकि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने जिलाध्यक्ष जीतेन्द्र कुमार को चुनावी दंगल में उतारा है। तारापुर सीट पर 21 पुरुष और चार महिला समेत 25 प्रत्याशी चुनावी समर में अपना भाग्य आजमां रही हैं। यहां कुल मतदाताओं की संख्या तीन लाख 15 हजार 903 है, जिनमें एक लाख 70 हजार 15 पुरुष और एक लाख 45 हजार 880 महिला तथा आठ अन्य शामिल हैं।
तारापुर विधानसभा सीट पर शकुनी चौधरी ने 25 वर्षो तक वर्चस्व बनाये रखा। श्री चौधरी ने इस सीट से वर्ष 1985,1990, 1995, 2000 और 2005 के चुनाव में जीत हासिल की थी हालांकि वर्ष 2010 के चुनाव में जदयू उम्मीदवार नीता चौधरी ने राजद उम्मीदवार शकुनी चौधरी को पराजित कर उनका विजयी रथ रोक दिया। वर्ष 2015 के चुनाव में नीता चौधरी के पति डा0 मेवालाल चौधरी ने भी हम के शकुनी चौधरी को परास्त कर दिया।
मुंगेर सीट से वर्ष 2015 के चुनाव में राजद प्रत्याशी विजय कुमार विजय ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी प्रणव कुमार को 4365 मतों के अंतर से मात दी थी। राजद ने इस बार नये प्रत्याशी अविनाश कुमार विद्यार्थी पर भरोसा जताते हुये दाव लगाया है। वहीं, भाजपा ने अपने पुराने प्रत्याशी प्रणव कुमार पर भरोसा जताते हुये उन्हें पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। रालोसपा ने मुंगेर नगर निगम की महापैर रूमा राज के पति सुबोध वर्मा को चुनावी दंगल में उतारा है, जो इस सीट पर मुकाबले को रोचक बनाने में लगे हैं। जदयू महिला प्रकोष्ठ की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कंचन कुमारी गुप्ता पार्टी का टिकट नहीं मिलने के बाद निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर सियासी कर्मभूमि में दाव लगा रही है। मुंगेर सीट पर 13 पुरुष और दो महिला समेत 15 प्रत्याशी चुनावी समर में अपना भाग्य आजमां रही हैं। यहां कुल मतदाताओं की संख्या तीन लाख 36 हजार 912 है, जिनमें एक लाख 81 हजार 832 पुरुष और एक लाख 55 हजार 52 महिला तथा 28 अन्य शामिल हैं। मुंगेर शहर सरकार के नियंत्रण में चलने बंदूक कारखाना और जीवंत लाल किला के रूप चर्चित है।
जमालपुर शहर रेल इंजन कारखाना के लिए जाना जाता है। जमालपुर विधानसभा सीट से महागठबंधन की ओर से कांग्रेस जिला अध्यक्ष अजय कुमार सिंह को चुनावी समर में उतारा गया है, जो पहली बार सत्ता के संग्राम में अपनी बाजी खेल रहे हैं। वहीं, ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के टिकट पर फिर से चुनावी दंगल में ताल ठोंक रहे हैं। शैलेश कुमार ने इस सीट से पांचवी बार जीत की तलाश में हैं। दुर्गेश सिंह लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के टिकट पर चुनाव लड़कर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में लगे हैं वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने सुबोध तांती को चुनावी रणभूमि में उतार दिया है जो मुकाबले को रोचक बनाने में लगे हैं।वर्ष 2015 के चुनाव में श्री शैलेश कुमार ने लोजपा उम्मीदवार हिंमाशु कुमार को 15478 मतों के अंतर से मात दी थी।
जमालपुर विधानसभा सीट पर स्व. उपेन्द्र प्रसाद वर्मा ने लगातार 25 वर्षों तक प्रतिनिधित्व किया। स्व. वर्मा ने वर्ष 1980, 1985,1990,1995 और वर्ष 2000 के वुनाव में जीत हासिल की लेकिन 2005 में उनके विजय रथ को वर्तमान विधायक जदयू के शैलश कुमार ने रोका दिया। श्री कुमार के पिता सुरेश कुमार सिंह ने दो बार (1972-80) इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। जमालपुर सीट पर 17 पुरुष और दो महिला समेत 25 प्रत्याशी चुनावी समर में अपना भाग्य आजमां रही हैं। यहां कुल मतदाताओं की संख्या तीन लाख 24 हजार 51 है, जिनमें एक लाख 76 हजार 770 पुरुष और एक लाख 47 हजार 269 महिला तथा 12 अन्य शामिल हैं।
प्रेम सूरज
वार्ता
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