राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Oct 11 2021 5:27PM लोकनायक के पदचिह्नों पर चलकर ही लोकतंत्र होगा मजबूत : डॉ. प्रणव कुमार बब्बूरांची, 11 अक्टूबर (वार्ता) झारखंड की राजधानी रांची के पिठौरिया-चंदवे मार्ग स्थित चित्रांश सिटी में सोमवार को लोकतंत्र के महानायक जयप्रकाश नारायण की जयंती समारोह पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई । ज्ञातव्य है कि झारखण्ड की राजधानी में उनकी एकमात्र प्रतिमा पिठौरिया-चंदवे मार्ग में सत्कानदू ग्राम स्थित चित्रांश सिटी में है। इसी प्रतिमा पर पुष्प मालाएं चढ़ाकर माल्यार्पण किया गया और लोकनायक के पद चिन्हों पर चलने की शपथ ली गई। इस अवसर पर रांची रिवोल्ट - जनमंच के संयोजक समाजसेवी अधिवक्ता डॉ. प्रणव कुमार बब्बू ने कहा लोकतंत्र पर जब घोर खतरा मंडरा रहा था तब लोकनायक ने देशव्यापी आंदोलन कर देश को नई राह दिखाई । उन्होंने कहा कि 1975 में इमरजेंसी काल में जनता अपने मौलिक अधिकारों से भी वंचित हो गई थी उस समय लोकनायक ने सक्रिय भूमिका निभाकर देश की जनता का नेतृत्व किया और "सिंहासन खाली करो कि जनता आती है" का नारा देकर समस्त देशवासियों को एकजुट किया। जिसके परिणामस्वरूप पहली गैर कांग्रेसी सरकार देश में 1977 में बनी । डॉ. बब्बू ने कहा लोकनायक के एक आह्वान पर चंबल के अनेक डाकुओं ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में जीवन की पुनः शुरुआत की ऐसी उनकी लोकप्रियता और जनस्वीकार्यता थी। आज देश को भय भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन देने के लिए उनकी शिक्षाओं को अमल में लाना जरूरी है । कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन विजय दत्त पिंटू ने किया। इस अवसर पर सुकांतो मुखर्जी, सूरज कुमार सिन्हा,राकेश रंजन बबलू,आलोक सिंह परमार, उपेंद्र कुमार बबलू,नरेंद्र कुमार,दिनेश प्रसाद सिन्हा,तस्सवर अंसारी, मो. कुद्दुस, जुल्फान अंसारी, विकास कुमार विक्की, विकास राम, सुनील टोप्पो, पंकज श्रीवास्तव, संतोष लोहार सहित अन्य लोगों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके बताए गए मार्ग पर चलने का सामूहिक संकल्प लिया ।विनयवार्ता