राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Apr 2 2024 2:15PM विधानसभा के बाद लोकसभा में भी ‘लाल सलाम’ का नारा बुंलद करने को बेताब वामदल के चार सिपहसालारपटना 02 अप्रैल (वार्ता) बिहार में इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस (इंडी गठबंधन) के घटक वामदल के चार सिपाहसलार विधानसभा के बाद अब लोकसभा में भी ‘लाल सलाम’ का नारा बुंलद करने को बेताब हैं। बिहार लोकसभा चुनाव 2024 के लिए इंडी गठबंधन के घटक दलों के बीच सीटों के तालमेल के तहत वामदल में शामिल भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) आरा, काराकाट और नालंदा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) बेगूसराय जबकि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) खगड़िया सीट से चुनाव लड़ेगी। भाकपा माले ने आरा संसदीय क्षेत्र से विधायक सुदामा प्रसाद, काराकाट से पूर्व विधायक राजा राम सिंह और नालंदा संसदीय क्षेत्र से विधायक संदीप सौरभ को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसी तरह बेगूसराय सीट पर भाकपा ने पूर्व विधायक अवधेश राय को प्रत्याशी बनाया है जबकि खगड़िया सीट से माकपा ने पूर्व विधायक योगेन्द्र सिंह के पुत्र और विभूतिपुर के विधायक अजय कुमार के भाई संजय कुमार चुनाव लड़ेंगे। संजय कुमार खगड़िया से माकपा के जिला सचिव हैं और पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। आरा, काराकाट, नालंदा और बेगूसराय सीट पर वामदल के नेता राज्य विधानमंडल के निचले सदन विधानसभा में ‘लाल सलाम’ की आवाज को बुंलद कर चुके है। हालांकि वे पहली बार संसद के निचले सदन लोकसभा में ‘लाल सलाम’ की आवाज को बुलंद करने के लिये बेताब हैं। आरा संसदीय सीट पर भाकपा माले के टिकट पर चुनाव लड़ रहे सुदाम प्रसाद अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। वह भोजपुर जिले के तरारी विधानसभा से भाकपा माले के विधायक हैं । वह 2015 में पहली बार तरारी सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे और फिर 2020 के विधानसभा चुनाव में दोबारा निर्वाचित हुए। वहीं, नालंदा से प्रत्याशी संदीप सौरभ पटना जिले के पालीगंज से विधायक हैं, जबकि काराकाट से भाकपा माले प्रत्याशी राजाराम सिंह अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव हैं। वह 1995 और 2000 में औरंगाबाद जिले के ओबरा से दो बार विधायक भी रह चुके हैं। बेगूसराय सीट पर भाकपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अवधेश राय बेगूसराय जिले की बछ़वाड़ा सीट पर तीन बार वर्ष 1990, 1995 और 2010 में विधायक रह चुके हैं। वर्ष 2019 में आरा सीट पर हुये लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल में शामिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी केन्द्रीय मंत्री आर.के.सिंह ने भाकपा माले उम्मीदवार राजू यादव को पराजित किया था। आर सीट राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अपने कोटे से भाकपा माले को दी थी। आरा सीट पर एक बार फिर केन्द्रीय मंत्री आर.के.सिंह चुनावी रणभूमि में हैट्रिक लगाने के इरादे से उतरे हैं। आर.के.सिंह आरा सीट पर भाजपा के टिकट पर लगातार 2014 और वर्ष 2019 में जीत का परचम लहरा चुके हैं। इसी तरह काराकाट सीट पर वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में राजग में शामिल जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के महाबली सिंह ने महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) उम्मीदवार उपेन्द्र कुश्वाहा को परास्त किया। इस बार के चुनाव में उपेन्द्र कुश्वाहा महागठबंधन का साथ छोड़कर राजग में शामिल हो गये हैं। राजग में सीटों मे तालमेल के तहत काराकाट सीट उपेन्द्र कुश्वाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा को मिल गयी है,जिससे काराकाट सांसद महाबली सिंह बेटिकट हो गये। काराकाट सीट पर उपेन्द्र कुश्वाहा के चुनाव लड़ने की संभावना है। वर्ष 2019 में हुये लोकसभा चुनाव में नालंदा सीट पर जदयू प्रत्याशी सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने महागठबंधन से हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) प्रत्याशी अशोक कुमार आजाद को पराजित किया। इस बार के चुनाव में हम के प्रमुख जीतन राम मांझी महागठबंधन का साथ छोड़कर राजग में शामिल हो गये हैं। नालंदा संसदीय सीट से कौशलेंद्र कुमार सियासी पिच पर जीत का चौका लगाने की फिराक में हैं। कौशलेन्द्र कुमार वर्ष 2009, 2014 और 2019 में लगातार तीन बार जदयू के टिकट पर विजयी बने थे। कौशलेन्द्र कुमार के चुनावी मैदान में विजयी रथ को रोकना भाकपा माले विधायक संदीप चौधरी के लिये चुनौती होगी। वर्ष 2019 के चुनाव में बेगूसराय सीट पर दो धुर विरोधी, दक्षिणपंथी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फायर ब्रांड गिरिराज सिंह और वामपंथ की कमजोर पड़ती धारा को फिर से मजबूत करने की उम्मीद बनकर उभरे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के प्रत्याशी जवाहर लाल नेहरू विश्वविधायल (जेएनयू) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ,महागठबंधन के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) उम्मीदवार तनवीर हसन के बीच दिलचस्प मुकाबला हुया। भाजपा नेता गिरीराज सिंह ने कन्हैया कुमार को पराजित किया। राजद उम्मीदवार तनवीर हसन तीसरे नंबर पर रहे। इस चुनाव में भाकपा और माकपा महागठबंधन से बाहर थी।बेगूसराय सीट पर इस बार के चुनाव में भी भाजपा के केन्द्रीय मंत्री गिरीराज सिंह चुनावी मैदान में डटे हैं।प्रेम सूरजवार्ता