राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Oct 22 2024 5:28PM चुनावी हलफनामे में वेतन की गलत जानकारी देने से बढ़ सकती है तेजस्वी की मुश्किलेंपटना 22 अक्टूबर (वार्ता) बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और एक विधायक के तौर पर चुनावी हलफनामे में अपने वेतन को लेकर गलत जानकारी दिए जाने पर श्री तेजस्वी प्रसाद यादव की परेशानी बढ़ सकती है। सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की ओर से मंगलवार को प्रवक्ताओं के प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले में राज्य निर्वाचन आयोग से मुलाकात कर श्री यादव के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की है। नेताओं ने आयोग को श्री यादव के हलफनामे से जुड़े 700 पन्नों के दस्तावेज सौंपे। इस दौरान जदयू प्रवक्ताओं ने बताया कि चुनावी हलफनामा में वास्तविक तथ्यों का खुलासा न करना अनुचित प्रभाव और भ्रष्ट आचरण के परिणाम के बराबर होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि श्री यादव ने सैलरी घोटाला किया है। चुनाव आयोग की संवैधानिक संस्था इसका संज्ञान लेकर तत्काल इस संबंध में कार्रवाई करें। अगर आयोग कार्रवाई करता है तो श्री यादव को अपनी विधायक की कुर्सी भी गंवानी पड़ सकती है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को जदयू प्रवक्ता एवं विधान परिषद के सदस्य नीरज कुमार ने श्री यादव के सैलरी घोटाले का खुलासा किया था। इस दौरान श्री कुमार ने प्रतिपक्ष के नेता पर विधायक और प्रतिपक्ष के नेता होने के बावजूद चुनावी हलफनामे में वेतन की गलत जानकारी देने का आरोप लगाया था। श्री कुमार ने बताया था कि श्री यादव ने अपनी मासिक सैलरी 11812.5 रुपये बताई है जबकि विधायक की मूल मासिक सैलरी 40 हजार रुपये के करीब होती है। इसके साथ ही श्री यादव ने अपनी आय से ज्यादा लोन बांटने की जानकारी हलफनामे में दी थी, जिसको लेकर भी श्री यादव से उनकी आय के स्रोत की जानकारी मांगी गई थी।उपाध्याय सूरजवार्ता