राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Jan 25 2025 8:55PM शैक्षणिक विशेषता के आदान प्रदान से विश्वविद्यालय एवं क्षेत्र को मिलेगा लाभ : कुलपतिदरभंगा, 25 जनवरी (वार्ता) बिहार के प्रतिष्ठित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी ने कहा कि शैक्षणिक विशेषता के आदान प्रदान से विश्वविद्यालय एवं क्षेत्र को लाभ मिलेगा। कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के 65वे स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में प्रो.चौधरी ने कहा कि प्राच्य विषयों की पढाई-लिखाई के साथ इनमें शोध आदि कार्यों को लेकर कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय को विशिष्टता प्राप्त है। ठीक उसी तरह आधुनिक विषयों के मामले में ललित नारायण मिथिला विश्ववविद्यालय संस्कृत विश्वविद्यालय से ज्यादा सशक्त एवं उन्नत है। इसलिए बेहतर होगा कि अपनी अपनी शैक्षणिक विशिष्टता को अगर हमलोग आदान प्रदान करें तो दोनों विश्वविद्यालय को इससे लाभ होगा। प्रो. चौधरी ने सुझाव दिया कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय का आईक्यूएसी प्रकोष्ठ काफी समृद्ध है। यदि संस्कृत विश्वविद्यालय चाहे तो मिथिला विश्वविद्यालय से एमओयू यानी समझौता ज्ञापन के जरिये इसका लाभ ले सकता है। इससे नैक मूल्यांकन में भी मदद मिलेगी। मिथिला एवं संस्कृत विश्वविद्यालय के विद्वान अपनी अपनी विशेषज्ञता का आपसी उपयोग कर दोनों विश्वविद्यालय को लाभ पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों की कमी से सभी विश्वविद्यालय जूझ रहे हैं, लेकिन नई शिक्षा नीति के लागू होने से भरसक यह समस्या दूर होने वाली है। उन्होंने संस्कृत विश्वविद्यालय के संस्थापक दानवीर महाराजाधिराज डॉ सर कामेश्वर सिंह को नमन करते हुए उनके प्रति हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की । प्रेम सूरज जारी वार्ता