बिजनेसPosted at: Jan 31 2018 3:50PM श्री अवस्थी ने कहा कि किसानों और उपभोक्ताओं के बीच बिचौलियों की एक लम्बी श्रृखला है जो किसानों को उचित मूल्य मिलने में बाधक है । इस श्रृंखला को समाप्त करने की जरुरत है । सरकार ने किसानों को मंडी में अपनी कीमत पर फसलों को बेचने के लिए ई -नाम योजना शुरु की है और किसान इसका इसका उपयोग भी करने लगे हैं । उन्होंने कहा कि सरकार कृषि के क्षेत्र में जो प्रयास कर रही है उसके अच्छे परिणाम अवश्य सामने आयेंगे । एक सवाल पर उन्होंने कहा कि आलू का दाम बढने का कुछ लाभ किसानों को भी मिलता है लेकिन बिना सोचे ही लोग उसकी भारी आलोचना करते हैं जिससे सरकार पर भी दबाव आ जाता है । लेकिन जब आलू किसानों के खेत में सड़ जाता है तो उसकी चर्चा तक नहीं होती । ऐसी स्थिति से निपटने के लिए उपाय करने की जरुरत है । श्री अवस्थी ने उत्पादन बढाने के लिए फसलों में रासायनिक उर्वरकों का अधिक मात्रा में उपयोग किये जाने के बारे में चर्चा किये जाने पर कहा कि लोग अब जैविक कृषि भी करने लगे हैं । रासायनिक उर्वरकों और जैविक खेती के बीच संतुलन कायम करने की जरुरत है और इस दिशा में कार्य किया जा रहा हैं ।अरुण उनियालवार्ता