बिजनेसPosted at: Mar 11 2018 12:22PM आर्थिक आंकडों और वैश्विक रुख से तय होगी शेयर बाजार की दिशामुंबई 11 मार्च (वार्ता) बीते सप्ताह तेज गिरावट झेलने वाले घरेलू शेयर बाजार को आगामी सप्ताह कई मोर्चे पर दबाव का सामना करना होगा। आर्थिक आंकड़े और वैश्विक रुख के अलावा कच्चे तेल की कीमतों का प्रभाव बाजार पर दिखेगा। गत सप्ताह बीएसई का सेंसेक्स 739.80 अंक यानी 2.17 प्रतिशत लुढ़ककर 33,307.14 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 231.50 अंक यानी 2.21 प्रतिशत टूटकर सप्ताहांत पर 10,226.85 अंक पर बंद हुआ। आलोच्य सप्ताह के दौरान दिग्गज कंपनियों की तुलना में छोटी और मंझोली कंपनियों में बिकवाली का अधिक दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप सप्ताह के दौरान 2.88 प्रतिशत लुढ़ककर 15,987.27 अंक पर आ गया। स्मॉलकैप भी 4.31 प्रतिशत की गिरावट में शुक्रवार को 17,305.92 अंक पर बंद हुआ।अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्टील और अल्युमिनियम पर आयात शुल्क लगाने की आधिकारिक घोषणा कर दी है जिससे एशियाई और यूरोपीय बाजारों में खलबची मच गयी है। श्री ट्रंप की इस घोषणा के खिलाफ यूरोपीय संघ और चीन जल्द ही कोई नयी घोषणा कर सकते हैं जिससे वैश्विक व्यापार युद्ध की संभावना प्रबल होती दिख रही है। हालांकि उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच तनातनी कम करने की दिशा में जारी प्रयास निवेशकों को हल्की राहत दे सकते हैं लेकिन आने वाले समय में यह बातचीत कितनी आगे बढेगी, इसे लेकर आशंकाओं का बाजार गर्म है।घरेलू स्तर पर आगामी सप्ताह 12 मार्च को आईआईपी,14 मार्च काे थोक और खुदरा महंगाई तथा 15 मार्च को आयात निर्यात का आंकड़ा जारी होना है। सकारात्मक आंकड़ों से निवेश धारणा को बल मिलेगा। इसके अलावा पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के बाद बैंकिंग समूह पर अब भी दबाव है। अन्य बैंकों में भी ऐसे ही मामले सामने आ रहे हैं। इसके अलावा कच्चे तेल के दाम आलोच्य सप्ताह के दौरान लगातार दूसरे सप्ताह लुढ़के हैं जिससे निवेशक शेयर बाजार से पैसा निकालकर उसमें निवेश कर रहे हैं। अर्चना जारी (वार्ता)