बिजनेसPosted at: Mar 13 2018 1:02PM विश्व बैक के प्रबंध निदेशक जे लेवी ने कहा कि आईएसए की सौर परियोजनाओं के लिए मानकीकरण ,समान व्यवस्था एवं एकीकृत प्रणाली तैयार करनी होगी तभी हम कुशल तरीके से वित्तपोषण कर सकेंगे। एशियाई इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक के उप प्रमुख जे वी एम्सबर्ग ने कहा कि आईएसए ऊर्जा खरीद समझौते पीपीए और निविदा का उपयुक्त डिजाइन तैयार करेगा तभी निवेश आएगा। फ्रेंच डेवलपमेंट एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रेमी रिओक्स ने कहा कि आईएसए को सस्ते वित्त पोषण के लिए नयी वित्तीय संस्थाओं से मदद के लिए ज्यादा प्रयास करना होगा।तंजानिया के ऊर्जा उप मंत्री मेडाई एम कालेमानि ने इस बात पर अफसोस जताया कि उनके देश की 90 प्रतिशत से ज्यादा सौर ऊर्जा क्षमता का दोहन नहीं हो सका। इसमें धन की कमी को मुख्य समस्या और सरकारी गारंटी को सबसे बडी चुनौती बताते हुए उन्होंने वित्त पोषण संस्थाओ से रिण की शर्ताें में लचीलेपन की मांग की।लाइबेरिया के विदेश मंत्री जी फिन्डले ने दूरसंचार क्षेत्र का उदाहरण देेते हुए कहा कि सौर ऊर्जा की कीमतें अभी बेशक ज्यादा हैं लेकिन बाद में इनमें भी कमी आ सकती है इसलिए बैंकों को जोखिम लेना होगा। किरिबाती के सतत ऊर्जा मंत्री रूआटेची टिआरा ने क्षमता निर्माण की मांग करते हुए कहा कि दूसरों से प्राप्त बिजली उपकरणों एवं उत्पादों का रखरखाव समस्या है1कई अन्य देशों ने क्षमता निर्माण में मदद की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा का स्वागत किया तथा धनी देशों से उन्नत एवं सस्ती प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण की मांग की1उल्लेखनीय है कि आईएसए का मुख्य उद्देश्य सौर ऊर्जा के जरिये सस्ती बिजली मुहैया कराने और कार्बन उत्सर्जन में कटौती के लिए 2030 तक 1000 गीगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन करना है और इसके लिए दस खरब डाॅलर का कोष तैयार करना है।नीलिमा अर्चनावार्ता