बिजनेसPosted at: Mar 16 2018 8:08PM शुद्धता पर आशंका से हीरे की मांग घटी : एसोचैम
कोलकाता 16 मार्च (वार्ता) शुद्धता को लेकर खरीदारों की आशंका के कारण गत दो माह में हीरे की मांग 10 से 15 प्रतिशत घट गयी है। पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में हीरा व्यवसायी और सेलिब्रेटी ज्वेलरी डिजाइनर नीरव मोदी का नाम आने से हीरे जड़ित जेवरातों की शुद्धता में खरीदारों का भराेसा घट गया है।
उद्योग संगठन एसोचैम के सर्वेक्षण के मुताबिक, इसका सबसे अधिक असर असंगठित क्षेत्र के सर्राफा कारोबारियों पर पड़ा है। ब्रांडेड जेवरात बनाने वाले कारोबारी शुद्धता का सर्टिफिकेट जारी करते हैं, लेकिन ऐसे शोरूम अधिकतर बड़े शहरों में हैं जबकि सबसे अधिक खरीदारी छोटे शहरों में होती है। छाेटे शहरों में खरीदारी ब्रांडेड जेवरातों की नहीं बल्कि असंगठित बाजार से होती है। ऐसी खरीददारी सर्राफा कारोबारी और खरीददार के आपसी भरोसे से चलती है। लेकिन, नीरव मोदी के मामले से लोगों का भरोसा इस क्षेत्र से उठ गया है।
सर्वेक्षण से यह खुलासा हुआ है कि असंगठित बाजार के 65 प्रतिशत सर्राफा कारोबारी हीरे के जेवरातों की बजाय पारंपरिक सोने और चांदी के जेवरातों की ओर रुख कर रहे हैं क्योंकि लोगों का भरोसा हीरे की शुद्धता में काफी कम हो गया है। अधिकतर सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि पहले खरीदे गये जेवरातों की गुणवत्ता और सोने तथा हीरे की शुद्धता की जांच कराने वाले ग्राहकों की संख्या में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी हुई है। कारोबारियों का कहना है कि ग्राहक अभी खरीदारी से ही कतराने लगे हैं, जिससे सोने की मांग भी कम हो गयी है।
अर्चना अजीत
जारी (वार्ता)