बिजनेसPosted at: Sep 5 2018 7:57PM अगले दशक में ई मोबिलिटी सड़क परिवहन का पंसदीदा साधन होगा: कांतनयी दिल्ली 05 सितंबर (वार्ता) नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने बुधवार को कहा कि अगले दशक में ई मोबिलिटी सड़क परिवहन का पंसदीदा साधन होगा। श्री कांत ने राजधानी में सात और आठ सितंबर को आयोजित हो रहे दो दिवसीय ग्लोबल मोबिलिटी शिखर सम्मेलन के मद्देनजर भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) द्वारा यहां आयोजित सम्मेलन में कहा कि टिकाऊ मोबिलिटी सोल्यूशंस बनाने की आवश्यकता क्याेंकि भविष्य में परिवहन का यही पसंदीदा साधन होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय परिवहन परिदृश्य में अगले दशक में भारी बदलाव आने वाला है क्योंकि वर्ष 2030 तक भारत दुनिया का सबसे बड़े यात्री कार बाजार होगा और उस समय हर सेकेंड एक कार की देश में बिक्री होगी। श्री कांत ने कहा कि अभी देश में जो वाहन बिक रहे हैं उनमें 76 फीसदी दोपहिया वाहन हैं जो 64 फीसदी ईंधन का उपयोग करते हैं। इन वाहनों का प्रदूषण में हिस्सेदारी 30 फीसदी है। तिपहिया वाहनों की प्रदूषण में पांच फीसदी भागीदारी है। माल परिवहन का सबसे बड़ा साधन मोटर वाहन है और वे भी वाहन जनित प्रदूषण का बड़ा स्रोत है। उन्होंने कहा कि सभी तरह के वाहनों के लिए बैटरी चार्ज देश के समक्ष बड़ी चुनौती है। इसके मद्देनजर शहर के भीतर और एक शहर से दूसरे शहर के लिए वाहनों की आवाजाही में जैव ईंधन को स्वच्छ ईंधन के विकल्पों में बदलने की महत्ती आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ई मोबिलिटी से होने वाले कारोबार की संभावनाओं से उद्योग को अवगत होने की जरूरत है। इस दौरान देश की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनियों और प्रौद्योगिकी कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने ई मोबिलिटी की चुनौतियों और संभावनाओं पर अपने विचार व्यक्त किये। शेखर अर्चनावार्ता