बिजनेसPosted at: Sep 9 2018 11:03AM मिलगत कमी से तुअर, चना, मसूर, मूंग में सुधार, टेंडरों में गेहूं महंगाइंदौर, 09 सितंबर (वार्ता)। सप्ताहांत दलहनों की मिलों की खरीदी के साथ मिलगत कम रहने से तुअर, चना, मसूर, मूंग के साथ उड़द के हाजिर भाव सौ से डेढ़ सौ रुपये ऊपर-नीचे हुए। दलहनों की मजबूती से दालें महंगी बिकी। अनाज में कामकाज मजबूती लिए रहा। इस दौरान 5 लाख क्विंटल गेहूं के टेंडर 1920 से 2020 रुपये के स्तर पर गया। सप्ताहांत गेहूं की आवक हजार से पन्द्रह सौ बोरी रही।कारोबार के प्रथम दिन तुअर 3300 से 3850 रुपये प्रति क्विंटल खुलने के बाद अंतिम दिन मजबूत होकर 3400 से 3875 रुपये बिकी। निमाड़ी तुअर में उठाव सीमित रहा जबकि महाराष्ट्र की सफेद तुअर में पूछपरख सुधार लिए रही। शुरूआत में चना 4000 से 4050 रुपये बिकने के बाद सप्ताहांत इसी स्तर पर बंद हुआ। मूंग 4000 से 4700 रुपये पर खुलने के बाद अंतिम दिन तीन सौ रुपये बढ़कर 5000 रुपये के स्तर पर बिकी। इस दौरान नई मूंग की उपलब्धता में सुधार रहा हालांकि हम्मालों की हड़ताल से आवक-जावक में कमी दर्ज की गई। उड़द में 3500 से 3600 के स्तर पर खुले बाजार सप्ताहांत 3600 से 3700 रुपये रही। दलहनों की मजबूती के साथ दालों में कामकाज सुधार लिए रहा। इससे मूंग, तुअर, उड़द दाल व मोगर के भाव 100 से 125 रुपये तक ऊंचे हुए। सप्ताहांत गेहूं में खरीदी बताई गई। इस दौरान मिलों के टेंडर पिछले टेंडर की तुलना में बढ़कर 1910 से 2020 के स्तर पर गया। आयटीसी ने सप्ताहांत रिकॉर्ड भाव पर गेहूं खरीदा। आटा-मैदा मिलों की लिवाली से गेहूं बंगलुरू 2400 रुपये बिका। दलहनों की मिलगत कम रहने के साथ मांग बढऩे से चना बेसन के साथ मटर बेसन 2 से 3 रुपये किलो महंगा बिका। रवा-मैदा के साथ आटा बोरी में मांग साधारण रही।संवाद नागवार्ता