बिजनेसPosted at: Sep 21 2018 5:29PM आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने सीपीएफ के अनुमोदन का स्वागत करते हुये कहा कि भारत के विकास में भागीदार बनने के लिए विश्व बैंक समूह सराहनीय है। सीपीएफ के जरिये इस समूह ने उच्च निवेश , सतत एवं समग्र विकास को लक्ष्य बनाया है। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक समूह अपने वैश्विक अनुभव और विशेषज्ञता के जरिये भारत को अपने लक्ष्य को हासिल करने में मदद करने में सक्षम होगा।विश्व बैंक के कंट्री निदेशक जुनैद अहमद ने कहा कि भारत का भविष्य उसके राज्यों में है। देश को उच्च मध्यम आय वाले राष्ट्र तक ले जाना भारत के संघीय रूप प्रभावी तरीके से काम करने पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि नये सीपीएफ का महत्वपूर्ण केन्द्र बिन्दु राज्यों के साथ काम करने , राज्य स्तरीय संस्थाओं में निवेश करने, राज्यों के क्षमता निर्माण और स्थानीय सरकारों की विकासात्मक प्राथमिकताओं को मदद करना है।विश्व बैंक के आईबीआरडी का भारत सबसे बड़ा ग्राहक है। वर्ष 2015 -18 के दौरान विश्व बैंक ने भारत को 10.2अरब डॉलर के ऋण दिये। चालू वर्ष के सितंबर मध्य तक विश्व बैंक ने कुल 104 परियोजनाओं के लिए 27.2 अरब डॉलर का ऋण दिया जिसमें से आईबीआरडी ने 52 परियोजनाओं के लिए 18.1 अरब डॉलर और आईडीए ने 46 परियोजनाओं के लिए 9 अरब डॉलर दिये हैं। जुलाई 2018 तक आईएफसी ने 281 परियोजनाओं के लिए 6.4 अरब डॉलर के ऋण दिये हैं।शेखर अर्चनावार्ता