बिजनेसPosted at: Jun 12 2019 5:18PM रियलटी क्षेत्र ने की बजट में तरलता बढ़ाने के उपायों की माँगनयी दिल्ली 12 जून (वार्ता) भू-संपदा क्षेत्र की नेशनल रियलटी एस्टेट डवेलपमेंट कौंसिल ने आगामी आम बजट में बाजार में तरलता बढ़ाने के उपायों की माँग करते हुए कहा कि इससे रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी और अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।परिषद के अध्यक्ष डॉ. निरंजन हीरानंदानी ने बुधवार काे यहाँ कहा कि रियलटी श्रम अाधारित क्षेत्र है और इसमें रोजगार की व्यापक संभावनायें हैं। कुल रोजगार में इस क्षेत्र की 14 प्रतिशत हिस्सेदारी है। अर्थव्यव्यवस्था में रियलटी की हिस्सेदारी लगभग सात प्रतिशत है। उन्होेंने कहा कि रियलटी क्षेत्र के विकास के लिए बाजार में पूँजी की कमी दूर करना आवश्यक है। इसलिए बाजार में तरलता बढ़ाई जानी चाहिये। इससे भू-संपदा क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास का इंजन बन सकता है। बाजार में पूँजी के अभाव में रियलटी क्षेत्र की कंपनियों की वित्तीय हालत बिगड़ रही है और उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसके अलावा इस क्षेत्र के लिए वस्तु एवं सेवाकर को तर्कसंगत बनाने की जरूरत है। इस तथ्य को ध्यान में रखा जाना चाहिये कि यह क्षेत्र लोगों को मकान उपलब्ध कराता है।सत्या अजीत वार्ता