बिजनेसPosted at: Aug 3 2022 6:15PM डीएपी उर्वरकों में आत्मानिर्भर के लिए सेनेगल के साथ सहयोगनयी दिल्ली, 03 जुलाई (वार्ता) रासायनिक उर्वरकों के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने की पहल के अंतर्गत घरेलू उर्वरक कंपनी कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड ने बुधवार को सेनेगल की रॉक फॉस्फेट खनन कंपनी बाओबाब माइनिंग एंड केमिकल्स कॉर्पोरेशन (बीएमसीसी) में 45 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की औपचारिकता पूरी की।केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में यहां एक कार्यक्रम में बीएमसीसी के अधिकारियों ने सेनेगल सरकार की ओर से इस शेयर अधिग्रहण के लिए भारतीय कंपनी कोरोमंडल को स्वीकृति पत्र सौंपा। मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि उर्वरक कंपनियों की कच्चे माल की आपूर्ति व्यवस्था मजबूत करने के लिए सलाह और समर्थन दे रही है। मंत्रालय ने यह भी कहा है कि रॉक फॉस्फेट और फॉस्फोरिक एसिड जैसे कच्चे माल पर देश की उच्च निर्भरता को देखते हुए, भारत निवेश और बहु-वर्षीय आयात सौदों के माध्यम से खनिज समृद्ध देशों में अपने पदचिह्न का विस्तार करके कीमतों में वृद्धि के खिलाफ अपनी आपूर्ति और बचाव को सुरक्षित करने की योजना बना रहा है।इस अवसर पर श्री मंडाविया ने कहा, “ भारत खनिज समृद्ध देशों में निवेश करके अपनी कच्चे माल की आपूर्ति सुरक्षा को मजबूत कर रहा है। हम अपने किसानों के लिए उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और घरेलू उत्पादन बढ़ाने और अन्य देशों के साथ साझेदारी स्थापित करने की दिशा में काम करना जारी रखेंगे। ” डॉ. मंडाविया ने आगे कहा, “ सेनेगल के साथ भारत सौहार्दपूर्ण द्विपक्षीय संबंध रखता है। सेनेगल भारत को फॉस्फोरिक एसिड के प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं में से एक है। मुझे उम्मीद है कि सेनेगल में रॉक माइंस में निवेश दोनों देशों के लिए पारस्परिक रूप से फायदेमंद होगा और हमारी दोस्ती को और मजबूत करेगा। खनन सेनेगल में किया जाएगा और डीएपी का उत्पादन भारत में किया जाएगा। 10 लाख टन डायमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) और नाइट्रोजन-फॉस्फोरस-पोटेशियम (एनपीके) का विनिर्माण किया जाएगा। ”कोरोमंडल के कार्यकारी उपाध्यक्ष अरुण अलगप्पन ने कहा कि बीएमसीसी में निवेश कंपनी की रॉक फॉस्फेट आवश्यकता के एक तिहाई तक सुरक्षित करेगा और कच्चे माल के स्रोत में विविधता लाएगा तथा हमारे संचालन में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगा। मनोहर.श्रवण वार्ता