बिजनेसPosted at: Feb 20 2017 7:50PM तीसरी तिमाही में जीवीए 6.2 फीसदी रहने की उम्मीद: इक्रानयी दिल्ली 20 फरवरी (वार्ता) रेटिंग एजेंसी इक्रा ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में सकल मूल्य संवर्द्धन (जीवीए) के 0.7 प्रतिशत घटकर 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। गत वित्त वर्ष की समान तिमाही में जीवीए 6.9 प्रतिशत रहा था। इक्रा लिमिटेड की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने आज कहा कि गत वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के 7.2 प्रतिशत से घटकर चालू वित्त वर्ष की समान तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद(जीडीपी) भी 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है। सुश्री नायर का कहना है कि नोटबंदी की वजह से उद्योग तथा सेवा क्षेत्र प्रभावित हुआ है जिससे तीसरी तिमाही में आधार मूल्य पर जीवीए बढ़ने की संभावना क्षीण हो गयी। दूसरी तरफ अच्छी खरीफ फसल से कृषि क्षेत्र में सुधार हुआ है और वानिकी तथा मत्स्य क्षेत्र का आलोच्य तिमाही में बढ़कर पांच प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है। उन्होंने कहा कि तिमाही जीवीए का पूर्वानुमान औपचारिक क्षेत्रों के उपलब्ध आंकड़ों पर ज्यादा निर्भर होता है । तीसरी तिमाही के जीवीए के पहलू पूर्वानुमान में नोटबंदी के प्रभाव का पूरा आंकलन नहीं किया गया है। विभिन्न क्षेत्रों से मिले आंकडों के आधार पर तैयार इसके बाद के पूर्वानुमान में तीसरी तिमाही की विकास दर में और गिरावट दर्ज की जाएगी। इक्रा ने औद्योगिक विकास दर में भी भारी गिरावट का अनुमान जताया है। इक्रा के अनुसार विनिर्माण, निर्माण , खनन तथा पत्थर ढुलाई में आयी गिरावट से औद्योगिक विकास अनुमान 8.6 प्रतिशत से घटकर चार प्रतिशत रहने का अनुमान है। अर्चना/शेखर वार्ता