बिजनेसPosted at: Feb 20 2017 7:57PM सरल एवं सुरक्षित डिजिटल भुगतान के लिए आया ‘भारत क्यूआर कोड’मुंबई 20 फरवरी (वार्ता) देश में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दिये जाने के साथ ही इसको सुरक्षित एवं सरल बनाने के लिए जारी प्रयासाें के तहत रिजर्व बैंक ने आज ‘भारत क्यूआर कोड’ जारी किया। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर आर. गाँधी ने यहाँ आयोजित एक कार्यक्रम में भारत क्यूआर कोड जारी करते हुये कहा कि यह भारतीय उद्योग जगत के लिए ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि यह दुनिया का पहला किफायती, इंटरपोर्टेबल और मोबाइल आधारित स्वीकार्य कोड है। उन्होंने रिजर्व बैंक और भुगतान नेटवर्काें के दल को इसे कम समय में तैयार करने के लिए बधाई देते हुये कहा कि नवाचारी इंटरपोर्टेबल भारत क्यूआर कोड के सुरक्षित और सरल होने से देश में लेसकैश समाज के निर्माण में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में भारत ने एक नया बेंचमार्क स्थापित किया है जिसका दूसरे देश भी अनुसरण करेंगे। श्री गाँधी ने कहा कि 1980 के दशक में देश में कार्ड का उपयोग शुरू हुआ था और अभी 15 लाख प्वाइंट आॅफ सेल (पीओएस) है जो 80 करोड़ डेबिट/क्रेडिट कार्डों को देखते हुये बहुत कम है। उन्होंने कहा कि परंपरागत पीओएस की लागत एवं परिचालन लागत अधिक होने से इससे जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में मोबाइलधारकों की संख्या बढ़ने के साथ भुगतान के क्षेत्र में कई तरह से विकास हुआ है। अब क्यूआर कोड का उपभोक्ता भी उपयोग कर सकेंगे। शेखर अजीत वार्ता