बिजनेसPosted at: Mar 27 2017 9:58PM 50,000 रेहड़ी-खोमचा वालों को दिया जायेगा प्रशिक्षण
नयी दिल्ली 27 मार्च (वार्ता) भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) और कोका-कोला इंडिया मिलकर अगले तीन साल में रेहड़ी-खोमचों पर खाने-पीने का सामान बेचने वाले 50 हजार लोगों को स्वास्थ्य, हाइजिन और संरक्षा के लिए प्रशिक्षित करेगी। एफएसएसएआई और कोका-कोला ने आज यहाँ इस आशय के एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षार किये। दोनों ने एक संयुक्त बयान में बताया कि पूरे देश भर में “क्लीन स्ट्रीट फूड” कार्यक्रम के तहत यह प्रशिक्षण दिया जायेगा। उनके की खाद्य सामग्री की गुणवत्ता बढ़ाकर रेहड़ी-खोमचों पर खाने का सामान बेचने वालों की सामाजिक और आर्थिक उन्नति भी सुनिश्चित की जा सकेगी। एफएसएसएआई की ओर से मुख्य कार्यकारी अधिकारी पवन अग्रवाल और कोका-कोला इंडिया की ओर से उसके अध्यक्ष वेंकटेश किनि ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये। प्रशिक्षण की विषय वस्तु तय करने और निगरानी का काम एफएसएसएआई का होगा जबकि कार्यक्रम के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी कोका-कोला की होगी। एफएसएसएआई “क्लीन स्ट्रीट फूड” कार्यक्रम के तहत पहले भी कई रेहड़ी-खोमचे वालों को प्रशिक्षित कर चुका है। कौशल विकास मंत्रालय के साथ मिलकर उसने दिल्ली में 20 हजार रेहड़ी-खोमचे वालों को प्रशिक्षित किया है। अजीत आशा वार्ता