चुनावPosted at: Feb 20 2017 10:49PM चुनाव-किसान धनराशि दो आजमगढ़श्री सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार को राज्य आपदा कोष के तहत वर्ष 2010-15 में 1597.14 करोड़ दिया था जबकि वर्ष 2015-20 के लिए 3729 करोड़ रुपये दिया गया वही राष्ट्रीय आपदा कोष से उत्तर प्रदेश सरकार को वर्ष 2010-15 में 270.55 करोड़ मिला था। वर्ष 2015-16 महज दो वर्षो के लिए 4883.45 करोड़ रुपये दिया गया। दुखद ये है कि उत्तर प्रदेश की सरकार ने इस धनराशि का दूसरे मदों में जमकर दुरुपयोग किया। सही मदों में धनराशि खर्च न किये जाने से प्रदेश में योजनायें सही तरीके से क्रियान्वित नही पायी। कृषि मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के 23 जिलों में दो कृषि विज्ञान केंद्र खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसमें आज़मगढ़ भी है लेकिन राज्य सरकार इस दिशा में कोई काम नही कर सकी। श्री सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) कृषि व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था में सुधार लाने और प्रदेश की तरक्की के लिए सूबे में भाजपा की सरकार बनानी होगी, ताकि केन्द्र की योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन हो सके। केन्द्रीय मंत्री ने राज्य सरकार के पास नौ लम्बित मुद्दों की चर्चा करते हुए कहा कि आज भी करोड़ों रूपये राज्य सरकार के पास पड़े हुए हैं जो केन्द्र द्वारा दिये गये थे। मृदा स्वास्थ्य प्रबन्दन और मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना में केन्द्र सरकार ने पिछले तीन वर्षो में कुल 4512.13 लाख रूपये राज्य सरकार को दिये जिसमें अभी तक राज्य सरकार ने 3876.42 लाख रूपया खर्च नही किया। मृदा स्वास्थ्य कार्ड भी 2.63 करोड़ के लक्ष्य के सापेक्ष में 25.76 फीसदी कार्ड ही वितरित किया। सं त्यागी रवीन्द्र जारी वार्ता