राज्य » गुजरात / महाराष्ट्रPosted at: Nov 6 2018 11:37PM आगामी विधानसभा सत्र में बाघिन का मामला उठायें: उद्धवमुंबई, 06 नवंबर (वार्ता) महाराष्ट्र के यवतमाल में आदमखोर बाघिन की चर्चा आज चौथे दिन भी राजनीतिज्ञों के बीच जारी रही। शिव सेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गठबंधन सरकार में शामिल अपने मंत्रियों को निर्देश दिया है कि आगामी शीतकालीन सत्र के दौरान इस मामले को सदन में उठायें और वन विभाग के मंत्री मुनगंटीवार को काम पर लगा दें। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने आरोप लगाते हुए कहा कि वन मंत्री ने बाघिन अवनी को मरवा कर उस क्षेत्र के खनन उद्योग के शीर्ष व्यवसायी घरानों की मदद की है। श्री पाटिल ने कहा,“ कानून के अनुसार अादमखोर बाघिन को बेहोश कर पकड़ना चाहिए था। लेकिन बाघिन को सीधे गोली मार दी गयी जिसकी मैं कड़ी निंदा करता हूं। इस संबंध मे हमें सरकार से प्रश्न पूछना चाहिए।” उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में सरकार से इस मामले में प्रश्न पूछा जायेगा। विधानसभा में कांग्रेस के विपक्षी नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने भी इस मामले में महाराष्ट्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह पूरी तरह वन विभाग और वन मंत्री की लापरवाही है इसकी जिम्मेदारी इन लोगों को लेना चाहिए।कांग्रेस की मुंबई इकाई के अध्यक्ष संजय निरूपम ने सरकार के शौचालय बनाने के दावे की आलोचना करते हुए कहा कि यदि लोगाें के पास शौचालय होता तो उन्हें खुले में जाने की आवश्यकता नहीं होती और अवनी का हमला भी नहीं होता और आज अवनी मारी नहीं गयी होती। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने मामले की जांच कराने का वादा किया है लेकिन उन्होंने वन मंत्री मुनगंटीवार के इस्तीफे की मांग को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि मंत्री ने बाघिन को नहीं मारा इसलिए उनका इस्तीफा मांगना गलत है। केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी द्वारा श्री मुनगंटीवार के इस्तीफे की मांग पर श्री फडनवीस ने उस्मानाबाद में यह बात कही।त्रिपाठी, रवि वार्ता