राज्य » गुजरात / महाराष्ट्रPosted at: Jan 26 2019 12:25PM पचास-साठ के दशक के सुपरस्टार थे भारत भूषण..पुण्यतिथि 27 जनवरी के अवसर पर ..मुंबई, 26 जनवरी (वार्ता) बॉलीवुड में भारत भूषण को एक ऐसे अभिनेता के तौर पर याद किया जाता है जिन्होंने पचास-साठ के दशक में अपनी अभिनीत फिल्मों से दर्शकों के बीच खास पहचान बनायी।चाैदह जून 1920 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ शहर में जन्में भारत भूषण का रुझान बचपन के दिनों से ही संगीत की ओर था और वह गायक बनना चाहते थे। भारत भूषण के पिता मेरठ में सरकारी वकील थे। वह चाहते थे, उनका पुत्र भी उन्हीं के नक्शे कदम पर चले और वकालत को अपना व्यवसाय अपनाये लेकिन भारत भूषण को यह बात मंजूर नहीं थी। इस बीच भारत भूषण ने हिंदी और अंग्रेजी साहित्य में अपनी स्नाकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। चालीस के दशक में वह घर छोड़कर फिल्म इंडस्ट्री में अपनी किस्मत आजमाने के लिये मुंबई आ गये। मुंबई आने के बाद सर्वप्रथम भारत भूषण को केदार शर्मा की फिल्म .चित्रलेखा .में एक छोटी सी भूमिका निभाने का मौका मिला। फिल्म सफल रही लेकिन इसका फायदा निर्देशक केदार शर्मा को हुआ और भारत भूषण इस फिल्म के जरिए अपनी पहचान नहीं बना सके।वर्ष 1942 में भारत भूषण को एक पौराणिक फिल्म ..भक्त कबीर.. प्रदर्शित हुयी। उन दिनों कबीर जैसे विवादास्पद विषय पर फिल्म बनाना एक साहसिक कदम था। फिल्म की सफलता के बाद भारत भूषण फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कुछ हद तक कामयाब हो गये। वर्ष 1942 से वर्ष 1951 तक भारत भूषण फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिये संघर्ष करते रहे। फिल्म.चित्रलेखा .के बाद उन्हें जो भी भूमिका मिली, वह उसे स्वीकार करते चले गये। इस बीच उन्होंने सुहाग रात .अंजाना. रंगीला राजस्थान .उधार. चकोरी. देश सागर जैसी कई फिल्मों मे अभिनय किया लेकिन इनमें से कोई भी फिल्म बाक्स आफिस पर सफल नहीं हुयी।प्रेम.श्रवण जारी वार्ता