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मनोरंजन-भारत भूषण सुपर स्टार दो अंतिम मुंबई

वर्ष 1952 भारत भूषण के सिने करियर का अहम वर्ष साबित हुआ और उन्हें विजय भटृ के निर्देशन मेंं बैजू बावरा में काम करने का मौका मिला। इस फिल्म ने 100 सप्ताह तक बॉक्स आफिस पर चलने का रिकार्ड बनाया। इस फिल्म की सफलता के बाद भारत भूषण बतौर अभिनेता फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में सफल हो गये। इसके बाद भारत भूषण को विजय भटृ के निर्देशन में बनी एक और फिल्म ..चैतन्य महाप्रभु .. में काम करने का अवसर मिला। फिल्म चैतन्य महाप्रभु भी बॉक्स आफिस पर सुपरहिट साबित हुयी इसके साथ हीं इस फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिये भारत भूषण फिल्म फेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से भी सम्मानित किये गये।
पचास के दशक में अशोक कुमार. दिलीप कुमार. राज कपूर और देवानंद जैसे सितारे फिल्म इंडस्ट्री में अपनी धाक जमा चुके थे लेकिन भारत भूषण ने अपनी एक अलग इमेज बनायी और दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। इस बीच आनंद मठ. मिर्जा गालिब. बसंत बहार. फागुन. गेटवे ऑफ इंडिया. रानी रूपमती की सफलता के बाद भारत भूषण सफलता के शिखर पर जा पहुंचे। वर्ष 1964 में भारत भूषण ने अपनी महात्वाकांक्षी फिल्म ..दूज का चांद.. का निर्माण किया लेकिन यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से पिट गयी इसके बाद भारत भूषण ने फिल्म निर्माण से तौबा कर ली। वर्ष 1967 में प्रदर्शित फिल्म ..तकदीर ..बतौर मुख्य अभिनेता भारत भूषण की अंतिम फिल्म साबित हुयी।
सत्तर के दशक में जब फिल्म निर्माण का नया दौर शुरू हुआ और एक्शन फिल्में बननी शुरू हो गयी तब निर्माता-निर्देशकों ने भारत भूषण की ओर से अपना मुख मोड़ लिया। जो निर्माता उनसे अपनी फिल्म में काम करने के लिये गुजारिश किया करते थे, उन्होंने उनसे बात करना भी बंद कर दिया। इसके बाद बढ़ती उम्र के तकाजे को देखते हुये और अपनी रोजी -रोटी चलाने के लिये भारत भूषण ने चरित्र भूमिका निभानी शुरू कर दी लेकिन अस्सी के दशक में नौबत यहां तक आ गयी कि उन्हें मामूली से मामूली रोल ही मिलने लगे। जब निर्माताओं को किसी दुखी बाप. डाक्टर. वकील की छोटी सी भूमिका निभाने वाले कलाकार की जरूरत होती वे भारत भूषण को याद कर लेते। इस बीच भारत भूषण की माली हालत बिगड़ती चली गयी और फिल्मों में भी उन्हें काम मिलना लगभग बंद हो गया तब उन्होंने छोटे पर्दे की ओर भी रूख कर लिया और दिशा और बेचारे गुप्ताजी जैसे धारावाहिकों में अभिनय किया। अपने दमदार अभिनय से सिने प्रेमियों को भावविभोर करने वाले महान अभिनेता भारत भूषण 27 जनवरी 1992 को इस दुनिया को अलविदा कह गये।
प्रेम.श्रवण
वार्ता
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