राज्य » गुजरात / महाराष्ट्रPosted at: Apr 8 2019 11:27AM अभिनेत्रियों को अलग पहचान दिलायी जया भादुड़ी ने(जन्मदिन 09 अप्रैल के अवसर पर)मुंबई, 08 अप्रैल (वार्ता) बॉलीवुड में जया भादुड़ी उन चंद अभिनेत्रियों में शुमार की जाती है जिन्होंने महज शो-पीस के तौर पर अभिनेत्रियों को इस्तेमाल किये जाने जाने की विचार धारा को बदल कर फिल्म इंडस्ट्री में अपनी सशक्त पहचान बनायी है। जया भादुड़ी की अभिनीत फिल्मों पर यदि एक नजर डालें तो पायेगें कि पर्दे पर वह जो कुछ भी करती है वह उनके द्वारा निभायी गयी भूमिका का जरूरी हिस्सा लगता है और उसमें वह कभी भी गलत नहीं होती है। उनके अभिनय की विशेषता रही है कि वह किसी भी तरह की भूमिका के लिये उपयुक्त रहती है। फिल्म “कोशिश” में “गूंगे” की भूमिका हो या फिर ‘शोले’, ‘कोरा कागज’ में संजीदा किरदार या फिर ‘मिली’ और ‘अनामिका’, ‘परिचय’ जैसी फिल्मों में चुलबुला किरदार। हर भूमिका को उन्होंने इतनी खूबसूरती से निभाया, जैसे वह उन्हीं के लिए बनी हो। जया भादुड़ी का जन्म 09 अप्रैल 1948 को बंगाली परिवार में हुआ था। उनके पिता तरुण भादुड़ी पत्रकार थे। जया भादुड़ी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा संत जोसेफ कानवेंट से पूरी की। इसके बाद उन्होंने पुणा फिल्म इंस्टिट्यूट में दाखिला ले लिया। सत्तर के दशक में अभिनेत्री बनने का सपना लेकर जया भादुड़ी ने फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। उन्होंने अपने सिने करियर की शुरूआत 15 वर्ष की उम्र में महान निर्माता-निर्देशक सत्यजीत रे की बंग्ला फिल्म “महानगर” से की। इसके बाद उन्होंने एक बंग्ला कामेडी फिल्म “धन्नी मेये” में भी काम किया जो टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुयी ।प्रेम, शोभितजारी वार्ता