राज्य » गुजरात / महाराष्ट्रPosted at: Aug 5 2019 6:34PM सांगली, कोल्हापुर में एनडीआरएफ को बुलाया गयासांगली 05 अगस्त (वार्ता) महाराष्ट्र के सांगली और कोल्हापुर जिलाें में लगातार तीन दिन से हो रही तेज बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासनों ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को राहत एवं बचाव कार्य के लिए बुलाया है।जिलाधिकारी अभिजीत चौधरी ने बताया कि कृष्णा और वार्ना नदी में जल स्तर बढ़ रहा है इसलिए हमने आपातकालीन स्थिति में एनडीआरएफ को बुलाने का निर्णय लिया है तथा कृष्णा और वार्ना नदी में बाढ़ जैसी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।उन्होंने कहा कि कोयना और चांडोली बांध से अतिरिक्त जल कृष्णा और वार्ना नदी में छोड़ा गया है। बांधों से पानी छोड़े जाने से चार पुल पूरी तरह डूब चुके हैं और नदी से गुजरने वाले 20 रास्तों को बंद कर दिया गया है।कृष्णा नदी पर बना सबसे पुराना इरविन पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। नदी में बने अन्य बांधों के ऊपर से भी पानी बह रहा है।नदी के किनारे बसे 100 से अधिक गांव के 1000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया। मिराज, पालुस, शिराला और वाल्वा तहसील का संपर्क टूट गया है।इसबीच महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री सुरेश खड़े, विधायक सुधीर गाडगिल और विश्वजीत कदम ने बाढ़ जैसी स्थिति वाली नदियों का निरीक्षण किया।पड़ोसी जिला की पंचगंगा नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। इस नदी में राधानगरी सिंचाई बांध से पानी छोड़ा गया है।एनडीआरएफ की टीम पुणे से निकल चुकी है और शाम तक दोनो जिलाें में पहुंच जायेगी।त्रिपाठी.संजयवार्ता