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कोल्हापुर, सांगली में बाढ़ से 26 लोगों की मौत: फडनवीस

मुंबई, 08 अगस्त (वार्ता) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने गुरुवार को बताया कि कोल्हापुर में 14 और सांगली में 12 लोगों की पिछले एक सप्ताह से हाे रही बारिश और बाढ़ के कारण मृत्यु हो गयी।
कोल्हापुर में पिछले कुछ दिनों में तेज बारिश के कारण 14 लोगों की मौत हो गयी और गुरुवार को सांगली के ब्रह्मनाल गांव में बाढ़ से बचाने के लिए कुछ लोगों को ले जा रही नाव के पलटने से 12 लोग डूब गये। श्री फडनवीस कोल्हापुर, सांगली, सतारा और पुणे जिले के बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद संवाददाताओं से यहां बात कर रहे थे।
हवाई सर्वेक्षण के दौरान श्री फडनवीस के साथ मंत्रिमंडल के सहयोगी चंद्रकांत पाटिल, गिरीश महाजन और एकनाथ शिंदे भी थे। ब्रह्मनाल गांव में नाव के पलटने के बाद 15 लोगों को बचा लिया गया लेकिन जो लोग गायब हैं, उनकी तलाश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि बाढ़ में फंसे हुए लोगों को बचाने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। राष्ट्रीय आपदा बचाव दल और राज्य आपदा बचाव दल के कम से कम 10 हजार कर्मचारी बचाव कार्य में लगे हुए हैं। इसके साथ ही देश की सेना, नौसेना, तटरक्षकों और वायुसेना के कर्मचारी बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं।
श्री फडनवीस ने कहा कि बाढ़ का जल स्तर कम नहीं होने के कारण बचाव कार्य में परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस सप्ताह तीसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस युदियुरप्पा से बात की और उन्होंने भरोसा दिलाया है कि अलमाटी बांध से सिर्फ 5 लाख क्यूसेक जल छोड़ेंगे जिससे सांंगली में बाढ़ में कमी आ सकती है।
एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा,“ बाढ़ के कारण महाराष्ट्र के कई क्षेत्रों में हालत गंभीर है, इसलिए महाराष्ट्र में आयी परेशानी को राष्ट्रीय आपदा उचित समय पर घोषित किया जाय।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1़ 35 लाख लोगों को बाढ़ से सुरक्षित बचा लिया गया और सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया। अभी कई लोग बाढ़ में फंसे हुए और उनके पास खाने पीने का सामान भी नहीं है। चारों ओर पानी से घिरेे सरकारी और निजी स्पताल से भी लोगों को सुरक्षित बचाया गया।
श्री फडनवीस ने कहा कि यदि स्थानीय अधिकारी डाक्टरों की मांग करेंगे तो मुंबई से तुरंत डाक्टरों को भेजा जायेगा। बाढ़ के कारण गांव और शहर के अलावा रेल और सड़क परिवहन भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि पुणे-बेंगलुरू राजमार्ग को ठीक करने का प्रयास चल रहा ताकि बाढ़ प्रभावितों तक हर मदद आसानी से पहुंचाया जा सके।
त्रिपाठी.श्रवण
वार्ता
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