Saturday, Apr 20 2024 | Time 09:52 Hrs(IST)
image
राज्य » गुजरात / महाराष्ट्र


विनोद खन्ना को प्रारंभिक सफलता गुलजार की फिल्म .मेरे अपने. से मिली। इसे महज एक संयोग ही कहा जायेगा कि गुलजार ने बतौर निर्देशक करियर की शुरूआत की थी। छात्र राजनीति पर आधारित इस फिल्म में मीना कुमारी ने भी अहम भूमिका निभाई थी। फिल्म में विनोद खन्ना और शत्रुध्न सिंहा के बीच टकराव देखने लायक था। वर्ष 1973 में विनोद खन्ना को एक बार फिर से निर्देशक गुलजार की फिल्म ..अचानक ..में काम करने का अवसर मिला जो उनके करियर की एक और सुपरहिट फिल्म साबित हुयी। फिल्म से जुड़ा एक रोचक तथ्य है कि इस फिल्म में कोई गीत नही था। वर्ष 1974 में प्रदर्शित फिल्म ..इम्तिहान ..विनोद खन्ना के सिने करियर की एक और सुपरहिट फिल्म साबित हुयी।
वर्ष 1977 में प्रदर्शित फिल्म ..अमर अकबर ऐंथोनी ..विनोद खन्ना के सिने करियर की सबसे कामयाब फिल्म साबित हुयी। मनमोहन देसाई के निर्देशन में बनी यह फिल्म .खोया पाया .फार्मूले पर आधारित थी। तीन भाइयों की जिंदगी पर आधारित इस मल्टीस्टारर फिल्म में अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर ने भी अहम भूमिका निभाई थी। वर्ष 1980 में प्रदर्शित फिल्म ..कुर्बानी ..विनोद खन्ना के करियर की एक और सुपरहिट फिल्म साबित हुयी । फिरोज खान के निर्माण और निर्देशन में बनी इस फिल्म में विनोद खन्ना अपने दमदार अभिनय की वजह से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार से नामांकित किये गये।
अस्सी के दशक में विनोद खन्ना शोहरत की बुलंदियो पर जा पहुंचे और ऐसा लगने लगा कि सुपरस्टार अमिताभ बच्चन को उनके सिंहासन से विनोद खन्ना उतार सकते है लेकिन विनोद खन्ना ने फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया और आचार्य रजनीश के आश्रम की शरण ले ली। वर्ष 1987 में विनोद खन्ना ने एक बार फिर से फिल्म ..इंसाफ ..के जरिये फिल्म इंडस्ट्री का रूख किया। वर्ष 1988 में प्रदर्शित फिल्म ..दयावान .. विनोद खन्ना के करियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में शामिल है। हालांकि यह फिल्म टिकट खिड़की पर कामयाब नहीं रही लेकिन समीक्षको का मानना है कि यह फिल्म विनोद खन्ना के करियर की उत्कृष्ठ फिल्मों में एक है ।
फिल्मों में कई भूमिकाएं निभाने के बाद विनोद खन्ना ने समाज सेवा के लिए वर्ष 1997 में राजनीति में प्रवेश किया और भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से वर्ष 1998 में गुरदासपुर से चुनाव लड़कर लोकसभा सदस्य बने। बाद में उन्हें केन्द्रीय मंत्री के रूप में भी उन्होंने काम किया। वर्ष 1997 में अपने पुत्र अक्षय खन्ना को फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित करने के लिये विनोद खन्ना ने फिल्म .हिमालय पुत्र .का निर्माण किया। फिल्म टिकट खिड़की पर बुरी तरह से नकार दी गयी। दर्शको की पसंद को ध्यान में रखते हुये विनोद खन्ना ने छोटे पर्दे की ओर भी रूख किया और महाराणा प्रताप और मेरे अपने जैसे धारावाहिकों में अपने अभिनय का जौहर दिखाया1। विनोद खन्ना ने अपने चार दशक लंबे सिने करियर में लगभग 150 फिल्मों में अभिनय किया। अपने दमदार अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने वाले विनोद खन्ना 27 अप्रैल 2017 को अलविदा कह गये।
प्रेम, प्रियंका
वार्ता
More News
गड़करी का दावा: भाजपा अबकी बार 400 पार

गड़करी का दावा: भाजपा अबकी बार 400 पार

19 Apr 2024 | 10:34 PM

नागपुर (महाराष्ट्र), 19 अप्रैल (वार्ता) केंद्रीय मंत्री एवं नागपुर लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार नितिन गडकरी ने शुक्रवार को दावा किया कि पार्टी निश्चित रूप से चार सौ से अधिक लोकसभा सीटें हासिल करेगी और वह पांच लाख से अधिक वोटों के अंतर से विजयी होंगे।

see more..
2024 लोकसभा चुनाव विकासशील भारत के सपने को पूरा करेगा: मोदी

2024 लोकसभा चुनाव विकासशील भारत के सपने को पूरा करेगा: मोदी

19 Apr 2024 | 10:30 PM

मुंबई, 19 अप्रैल (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव विकासशील भारत और आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने का चुनाव है।

see more..
image