राज्य » गुजरात / महाराष्ट्रPosted at: Feb 11 2020 12:13PM खलनायकी की दुनिया में खास पहचान बनायी प्राण ने..जन्मदिवस 12 फरवरी के अवसर पर ..मुंबई, 11 फरवरी (वार्ता) बॉलीवुड में प्राण एक ऐसे खलनायक थे जिन्होंने 50 और 70 के दशक के बीच फिल्म इंडस्ट्री पर खलनायकी के क्षेत्र में एकछत्र राज किया और अपने अभिनय का लोहा मनवाया।प्राण की अभिनीत भूमिकाओं की यह विशेषता रही है कि उन्होंने जितनी भी फिल्मों मे अभिनय किया, उनमें हर पात्र को एक अलग अंदाज में दर्शकों के सामने पेश किया। रुपहले पर्दे पर प्राण ने जितनी भी भूमिकांए निभायी उनमें वह हर बार नये तरीके से संवाद बोलते नजर आये। खलनायक का अभिनय करते समय प्राण उस भूमिका में पूरी तरह डूब जाते थे। उनका गेटअप अलग तरीके का होता था। दुष्ट और बुरे आदमी का किरदार निभाने वाले प्राण ने अपने सशक्त अभिनय से अपनी एक ऐसी छवि बना ली थी कि लोग फिल्म में उसे देखते ही धिक्कारने लगते थे। इतना ही नहीं, उनके नाम प्राण को बुरी नजर से देखा जाता था और शायद हीं ऐसा कोई घर होगा जिसमें बच्चे का नाम प्राण रखा गया हो।प्राण के हिंदी फिल्मों में आगमन की कहानी काफी दिलचस्प है। प्राण का जन्म 12 फरवरी 1920 को दिल्ली में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता केवल कृष्ण सिकंद सरकारी ठेकेदार थे। उनकी कंपनी सड़कें और पुल बनाने के ठेके लिया करती थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद प्राण अपने पिता के काम में हाथ बंटाने लगे। एक दिन पान की दुकान पर उनकी मुलाकात लाहौर के मशहूर पटकथा लेखक वली मोहम्मद से हुयी। वली मोहम्मद ने प्राण की सूरत देखकर उनसे फिल्मों में काम करने का प्रस्ताव दिया। प्राण ने उस समय वली मोहम्मद के प्रस्ताव पर ध्यान नहीं दिया लेकिन उनके बार-बार कहने पर वह तैयार हो गये।..यमला जट .. से प्राण ने अपने सिने करियर की शुरूआत की। फिल्म की सफलता के बाद प्राण को यह महसूस हुआ कि फिल्म इंडस्ट्री में यदि वह करियर बनायेंगे तो ज्यादा शोहरत हासिल कर सकते हैं। इस बीच, भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद प्राण लाहौर छोड़कर मुंबई आ गये। इस बीच, प्राण ने लगभग 22 फिल्मों में अभिनय किया और उनकी फिल्में सफल भी हुयी लेकिन उन्हें ऐसा महसूस हुआ कि मुख्य अभिनेता की बजाय खलनायक के रूप में फिल्म इंडस्ट्री में उनका भविष्य सुरक्षित रहेगा।प्रेम.श्रवण जारी वार्ता