राज्य » गुजरात / महाराष्ट्रPosted at: Oct 24 2021 11:56AM गीतकारों के लिये रॉयल्टी की व्यवस्था करायी साहिर लुधियानवी ने.. पुण्यतिथि 25 अक्टूबर के अवसर पर ..मुंबई, 24 अक्टूबर (वार्ता) बॉलीवुड में साहिर लुधियानवी ऐसे पहले गीतकार थे, जिन्होने गीतकारों के लिये रॉयल्टी की व्यवस्था करायी। साहिर लुधियानवी ने गीतकारों को उनका वाजिव हक दिलाया। साहिर पहले गीतकार हुये जिन्होंने गीतकारों के लिये रायलटी की व्यवस्था करायी। साहिर से पहले किसी गीतकार को रेडियो से प्रसारित फरमाइशी गानों में श्रेय नहीं दिया जाता था। साहिर ने इस बात का काफी विरोध किया जिसके बाद रेडियो पर प्रसारित गानों में गायक और संगीतकार के साथ-साथ गीतकार का नाम भी दिया जाने लगा। 08 मार्च 1921 को पंजाब के लुधियाना शहर में एक जमींदार परिवार में जन्में साहिर की जिंदगी काफी संघर्षों में बीती। साहिर ने अपनी मैट्रिक तक की पढ़ाई लुधियाना के खालसा स्कूल से पूरी की। इसके बाद वह लाहौर चले गये, जहां उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई सरकारी कॉलेज से पूरी की। कॉलेज के कार्यक्रमों में वह अपनी गजलें और नज्में पढ़कर सुनाया करते थे जिससे उन्हें काफी शोहरत मिली। जानी-मानी पंजाबी लेखिका अमृता प्रीतम कॉलेज में साहिर के साथ ही पढ़ती थी जो उनकी गजलों और नज्मों की मुरीद हो गयी और उनसे प्यार करने लगीं लेकिन कुछ समय के बाद ही साहिर कालेज से निष्कासित कर दिये गये। इसका कारण यह माना जाता है कि अमृता प्रीतम के पिता को साहिर और अमृता के रिश्ते पर एतराज था क्योंकि साहिर मुस्लिम थे और अमृता सिख थी । इसकी एक वजह यह भी थी कि उन दिनो साहिर की माली हालत भी ठीक नहीं थी।प्रेमजारी वार्ता