राज्य » गुजरात / महाराष्ट्रPosted at: Dec 6 2023 8:22PM महाराष्ट्र में विपक्षी दलों ने पारंपरिक चाय पार्टी का किया बहिष्कारनागपुर, 06 दिसंबर (वार्ता) महाराष्ट्र के नागपुर में राज्य विधानमंडल का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले बुधवार को विपक्षी दलों ने परंपरागत चाय पार्टी का बहिष्कार किया और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-शिवसेना (बालासाहेब)- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सरकार कृषि संकट, दंगों और ड्रग के अपराध से निपटने में विफल रही है। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान नवीनतम राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों का हवाला दिया और कहा, “हमें चाय पार्टी के लिए राज्य सरकार का निमंत्रण मिला, लेकिन हमें लगता है कि इसमें शामिल होना बेहद अनुचित होगा। हमने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है।”एनसीआरबी डेटा का हवाला देते हुए श्री वडेट्टीवार ने दावा किया कि कृषि संकट और कर्ज के कारण महाराष्ट्र में 22,746 किसानों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है और सरकार राज्य में कृषि संकट को दूर करने में विफल रही है। राज्य में बड़े पैमाने पर ड्रग की आपूर्ति पर कोई रोक नहीं है। इससे पहले आज विपक्षी दलों ने शीतकालीन सत्र के एजेंडे पर चर्चा करने के लिए नागपुर में एक बैठक की, जिसमें अगले 10 दिनों में मराठा आरक्षण की मांग और फसल के नुकसान जैसे मुद्दों पर हावी होने पर जोर दिया गया।इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और श्री वडेट्टीवार (दोनों कांग्रेस), विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे (शिवसेना-यूबीटी), और राकांपा (शरद पवार गुट) नेता जयंत पाटिल और अनिल देशमुख शामिल हुए।श्री आदित्य ठाकरे, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण सहित महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के कई अन्य नेता बैठक में मौजूद नहीं थे।संतोष,आशावार्ता