राज्य » गुजरात / महाराष्ट्रPosted at: Jul 29 2024 10:50AM मनोरंजन-राजा मेंहदी अली खान गीतकार दो अंतिम मुंबई. देश के वीरों को श्रद्धाजंलि देने के लिये उन्होंने फिल्म ..शहीद.. के लिये ..वतन की राह में वतन के नौजवान शहीद हो .. की रचना की। देशभक्ति के जज्बे से परिपूर्ण फिल्म ..शहीद .. का यह गीत आज भी श्रोताओं की आंखो को नम कर देता है। फिल्म इंडस्ट्री में उंचे मुकाम मे पहुंचने के बावजूद राजा मेहदी अली खान को किसी बात का घमंड नही था। उन्होंने कभी इस बात की परवाह नही की कि वह नये संगीतकार के साथ काम कर रहे है या फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज संगीतकार के साथ। उन्होंने वर्ष 1950 में प्रदर्शित फिल्म .मदहोश. के जरिये अपने संगीत कैरियर की शुरूआत करने वाले मदन मोहन के साथ भी काम करना स्वीकार कर लिया। फिल्म मदहोश के बाद मदन मोहन. राजा मेहन्दी अली खान के चहेते संगीतकार बन गये। इसके बाद जब कभी राजा मेहदी अली खान को अपने गीतों के लिये संगीत की जरूरत होती थी तो वह मदन मोहन को ही काम करने का मौका दिया करते थे। बहुमुखी प्रतिभा के धनी राजा मेहदी अली खान ने कई कविताएं और कहानियां भी लिखी जो नियमित रूप से बीसवीं सदी, खिलौना, शमा बानो जैसी पत्रिकाओं में छपा करती थी।अपने गीतों से लगभग चार दशक तक श्रोताओं को भावविभोर करने वाले महान गीतकार राजा मेहदी अली खान 29 जुलाई 1996 को इस दुनिया से रूखसत हो गये ।प्रेमवार्ता