राज्य » गुजरात / महाराष्ट्रPosted at: Nov 8 2024 9:28PM कांग्रेस गठबंधन की साजिश को नाकाम कर दिजिए : मोदीधुले 08 नवंबर (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गंभीर चेतावनी दी कि कांग्रेस और महागठबंधन ने देश एवं महाराष्ट्र में जातियों के बीच संघर्ष पैदा करने की खतरनाक साजिश रची है तथा देश को इससे सावधान रहना चाहिए। श्री मोदी ने महाराष्ट्र के धुले में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों की इस साजिश के खिलाफ जनता को सचेत करना मेरा कर्तव्य है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आजादी के पहले से लेकर आज तक उन्होंने केवल जातियों और जनजातियों के बीच संघर्ष पैदा करने का काम किया है। कांग्रेस के विरासत को कांग्रेस के युवराजों ने आगे बढ़ाया है, इन शब्दों में उन्होंने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर भी अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा।प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों को दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों की प्रगति बर्दाश्त नहीं हो रही है। डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ने इस समुदाय के लिए आरक्षण की कोशिश की, लेकिन पंडित नेहरू ने दलितों, पिछड़े वर्ग आदिवासियों को आरक्षण नहीं मिलने के लिए हरा दिया। डॉ. अंबेडकर ने बड़ी मेहनत से आरक्षण का प्रावधान किया, लेकिन इसके लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। नेहरू के बाद इंदिरा जी ने भी यही बाधा उत्पन्न करने का प्रयास किया। इंदिराजी के बाद राजीव गांधी को भी यही विचार विरासत में मिला। उन्होंने भी ओबीसी आरक्षण का सार्वजनिक तौर पर विरोध किया था। उन्हें डर था कि अगर यह आरक्षण हो गया तो उनकी राजनीतिक दुकान बंद हो जायेगी। ऐसा उन्हें भय था। प्रधानमंत्री ने कहा,“आज कांग्रेस के युवराज (श्री राहुल गांधी) उसी डर पर काम कर रहे हैं, ऐसा प्रधानमंत्री ने कहा। पिछड़े वर्ग और अनुसूचित जाति में मतभेद पैदा कर उनकी संगठित शक्ति को कमजोर करना कांग्रेस की नीति है।”उन्होंने कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के 'सबका साथ, सबका विकास' संकल्प का आदिवासी एक प्रमुख घटक हैं। देश की आजादी और विकास में आदिवासियों की बड़ी भूमिका रही, लेकिन कांग्रेस ने आदिवासियों की अनदेखी की। आदिवासी संस्कृति को न्याय दिलाने और आदिवासी युवाओं का भविष्य सुनिश्चित करने के लिए काम करना चाहिए था। लेकिन कांग्रेस ने ही इस जिम्मेदारी से इनकार कर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र की वाजपेयी सरकार ने पहली बार आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बनाया और आदिवासियों को न्याय मिला।श्री मोदी ने कहा कि राजनीति में हर किसी के कुछ लक्ष्य, संकल्प होते हैं। उन्होंने महा विकास अघाड़ी पर हमला बोलते हुए कहा कि हम राजनीति में लोगों की सेवा करने के लिए आए हैं, जबकि कुछ लोग लोगों को लूटने के लिए आते हैं। जब महा विकास आघाड़ी जैसे लोग सत्ता में आते हैं तो विकास रोक देते हैं, हर योजना में भ्रष्टाचार करते हैं, जनता को धोखा देकर सत्ता में आने वाले महा विकास अघाड़ी की सत्ता का अनुभव आपने किया है। उन्होंने पहले सरकार को लूटा, फिर विकास कार्यों को रोक दिया। महायुति सरकार सत्ता में आयी, तभी स्थिति बदल गयी। पिछले ढाई वर्षों में महायुति सरकार ने महाराष्ट्र के विकास के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं और विकास का विश्वास फिर से स्थापित हुआ है। भाजपा-महायुति है, इसलिए विकास की गति, महाराष्ट्र की प्रगति। महायुति ने महाराष्ट्र को नई समृद्धि देने का संकल्प पत्र तैयार किया है। यह वचननामा विकास की बढ़ती गति है, महाराष्ट्र की अद्वितीय प्रगति है और इस वचननामे में समाज के प्रत्येक सदस्य की आर्थिक प्रगति की योजना है, समानता की भावना है, सुरक्षा की भावना है और 'सबका साथ' का विश्वास है। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि ऐसी कल्याणकारी योजनाओं के कारण महायुति का वादा विकसित महाराष्ट्र, विकसित भारत का आधार बनेगा।श्री मोदी ने कहा कि विकसित महाराष्ट्र के लिए, विकसित भारत के लिए, महिलाओं के जीवन को सहनशील बनाना, उन्हें सशक्त बनाना आवश्यक है। महिलाओं की प्रगति ही समाज की गतिशील प्रगति है, इसीलिए पिछले दस वर्षों में केंद्र सरकार ने महिलाओं को केंद्र में रखकर कई योजनाएं बनाईं। सरकार ने सेना समेत और भी क्षेत्रों में महिलाओं के लिए नये अवसरों के सारे दरवाजे खोल दिये। जब हमने विधानसभा और संसद में महिलाओं को आरक्षण का अधिकार दिया, हर घर में महिलाओं के लिए योजनाएं जारी कीं तो कांग्रेस के लोग हमारा मजाक उड़ा रहे थे। लेकिन आज यह योजना महिलाओं के सशक्तिकरण की योजना बन गई है और राज्य में महायुति की सरकार हमारे संकल्प को पूरा करने के लिए काम कर रही है, उन्होंने संतोष व्यक्त किया। उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि पुलिस भर्ती में महिलाओं को मौका देने के महायुति सरकार के फैसले से महिलाओं की सुरक्षा बढ़ेगी और लड़कियों को रोजगार मिलेगा। महिला सशक्तिकरण के लिए हम जो कदम उठा रहे हैं, उससे कांग्रेस और उसके सहयोगी असहज हो गए हैं।' माझी लाड़की बहिन योजना देश के कोने-कोने में लोकप्रिय हो रही है, लेकिन कांग्रेस समर्थक इस योजना के खिलाफ कोर्ट पहुंच गए। कांग्रेस का इरादा सत्ता मिलने पर सबसे पहले इस योजना को बंद करने का है। इस योजना से महिलाओं को लाभ मिले, उन्हें आगे बढ़ने का मौका मिले, इस पर ध्यान दें और अघाड़ी वालों से सावधान रहें। उन्हें महिला सशक्तिकरण की प्रक्रिया बर्दाश्त नहीं होती है। कांग्रेस और आघाड़ी के लोग महिलाओं पर अभद्र टिप्पणियाँ करने लगे हैं। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि महिलाओं का अपमान करने की नेताओं की घटिया प्रवृत्ति को कोई भी मां-बहन माफ नहीं करेगी।प्रधानमंत्री ने कहा कि मातृभाषा हमारी दूसरी माँ है। हमारी सरकार ने मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया। इस फैसले के बाद विदेशों में मराठी भाषियों ने संतोष जताया है। हमारी सरकार ने लोगों का यह पुराना सपना पूरा किया है। कई दशकों से लोगों की मांग रही है कि मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया जाए, लेकिन केंद्र और राज्य सरकारों के बावजूद कांग्रेस ने मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि महाराष्ट्र के नाम पर राजनीति करने वाले गठबंधन का यही असली चेहरा है।उन्होंने कहा कि आज विदेशी निवेश के लिए महाराष्ट्र पहली पसंद बन रहा है। पिछले दो वर्षों में 50 प्रतिशत से अधिक निवेश अकेले महाराष्ट्र में आया है। महाराष्ट्र सभी उद्योगों के लिए पहली पसंद वाला राज्य बन गया है। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में कई उद्योग खड़े हैं। यहां देश का सबसे बड़ा बंदरगाह विस्तार निर्माणाधीन है। उन्होंने महाराष्ट्र की प्रशंसा करते हुए कहा कि नई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के माध्यम से नए अवसर पैदा किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा,“जब मैं वाढवन बंदरगाह का शिलान्यास करने आया तो देवेंद्र जी ने महाराष्ट्र में एक हवाई अड्डे की मांग की'' उन्होंने आश्वासन दिया कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद, जब महायुति सरकार फिर से सत्ता में आएगी, तो मैं स्वयं उनकी इच्छा पूरी करने के लिए काम करूंगा।”उन्होंने कहा कि धुले क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है। बुनियादी ढांचे, सड़कों, रेलवे योजनाओं पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं। डबल इंजन सरकार से महाराष्ट्र के किसानों को दोहरा फायदा हो रहा है। पीएम किसान सम्मान निधि के साथ-साथ हर साल किसानों के खाते में महायुति सरकार के 6000 रुपये सीधे जा रहे हैं। अब महायुति ने राशि बढ़ाकर 15 हजार रुपये करने की घोषणा की है। इससे राज्य के किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा। केंद्र सरकार ने किसानों के लिए किए हुए कामों के कारण कांग्रेस ने खोदे हुए खड्डे से उन्हें बाहर निकालना संभव हुआ है ऐसा कहते हुए फसल बीमा, न्यूनतम बुनियादी मूल्य आदि योजनाओं की सूची प्रधानमंत्री ने प्रस्तुत कर दी।श्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी चाहते थे कि आजादी के बाद कांग्रेस भंग /विसर्जित हो जाये। लेकिन कांग्रेस हमेशा देश को बांटने की साजिश का हिस्सा बनी रही. जम्मू-कश्मीर इसका जीता जागता उदाहरण है। उन्होंने ही अनुच्छेद 370 लगाई और जम्मू-कश्मीर को देश से अलग रखा। उन्हें जवाब देना होगा कि अंबेडकर की घटना को जम्मू-कश्मीर में लागू न करने की क्या वजह थी। इस साजिश के कारण दलितों और पिछड़ों को अपने अधिकारों से वंचित रहना पड़ा। हमने अनुच्छेद 370 को रद्द करके इन सभी समस्याओं को समाप्त कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में सत्ता मिलते ही कांग्रेस और उसके साथी 370 को फिर से लागू करने का फैसला करके पुरानी साजिश को दोहराने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि देश की जनता इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। कांग्रेस का यह घटिया चेहरा पूरे देश के सामने लाना चाहिए। मोदी ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस गठबंधन संविधान की प्रति बताकर कोरे कागज की किताबें लहरा रहा है।प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में पाकिस्तान का एजेंडा लागू करने की कोशिश मत करो, अलगाववाद की भाषा मत बोलो, जब तक मोदी सरकार को जनता का आशीर्वाद है, तब तक आपके मंसूबे सफल नहीं होंगे। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि कश्मीर में बाबासाहेब का संविधान ही लागू रहेगा, दुनिया की कोई भी ताकत इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकेगी।इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि देश की आदिवासी परंपराओं को मान्यता देने के लिए भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर से पूरे वर्ष मनाई जाएगी। भाजपा के प्रयासों से द्रौपदी मुर्मु यानी आदिवासी महिला देश की पहली राष्ट्रपति बनीं, लेकिन द्रौपदी मुर्मु की हार के लिए कांग्रेस और उसके साथियों ने भी जमकर प्रयास किए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बाबासाहेब अंबेडकर को हराने के लिए भी काम किया था।उन्होंने आरोप लगाया कि आदिवासी जनजातियों की एकता ही उनकी पहचान है, लेकिन कांग्रेस इन जनजातियों के बीच टकराव पैदा करने की कोशिश कर रही है। आदिवासियों की एकता ही उनकी पहचान है, कांग्रेस का एजेंडा उसे मिटाना है। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर कांग्रेस ने जो साजिश रची थी, उसी साजिश के तहत देश को बांटा गया था, उन्होंने कहा,“देश के खिलाफ इससे बड़ी विनाशकारी साजिश नहीं हो सकती. एक है तो सुरक्षित है... हमें एकजुट रहना है और कांग्रेस के खतरनाक खेल को हराकर विकास के पथ पर आगे बढ़ते रहना है...।”इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस, केन्द्रीय राज्यमंत्री रक्षाताई खडसे, प्रतापराव जाधव, लोक निर्माण मंत्री (सार्वजनिक उपक्रम) दादा भुसे, राहत एवं पुनर्वास मंत्री अनिल पाटिल, वि.अमरीश पटेल, सांसद स्मिता वाघ, डॉ.सुभाष भामरे और धुले जिले तथा भाजपा महायुती के उम्मीदवार उपस्थित थे।संजयवार्ता