राज्य » उत्तर प्रदेश » HLKWEPosted at: Apr 14 2019 8:21PM चुनाव मेनका प्रचार दो अंतिम सुल्तानपुरगांधी परिवार की दूसरी बहू मेनका गांधी पिछले सात बार से पीलीभीत से सांसद रही हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में सुल्तानपुर से वरुण गांधी विजयी हुए थे। वरुण गांधी ने अपने कार्यकाल में सांसद निधि से जिला अस्पताल में बच्चों के लिए अलग से एक विंग बनवाया है। इसके अतिरिक्त उन्होंने अपने वेतन से गरीबों के लिए आवास भी बनवाए हैं। 1980 के दशक में डॉ. संजय सिंह गांधी परिवार के बेहद करीबी थे। पार्टी में उचित स्थान न मिलने के कारण वह 1988 के दशक में जनता दल में शामिल हो गए। एक दशक बाद 1998 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस के विरुद्ध चुनाव लड़े, जिसमें उन्होंने 205025 वोट से जीत भी हासिल की। उस समय अमेठी से कांग्रेस के कैप्टन सतीश शर्मा 181755 वोट पाकर दूसरे स्थान पर थे। इस चुनाव में वह अपने पूर्व मित्र संजय गांधी की पत्नी के सामने मैदान में हैं। डॉ. संजय सिंह की पत्नी अमिता सिंह 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से उम्मीदवार थी। चुनाव परिणाम में अमिता सिंह को चौथे स्थान पर ही संतोष करना पड़ा था। जब से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन प्रियंका वाड्रा चुनाव प्रचार में उतरी हैं, तब से कांग्रेसियों का मानना है कि इस बार सुल्तानपुर की नैया भी उनके सहारे पार हो जाएगी। सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी चंद्र भद्र सिंह 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार वरुण गांधी के प्रतिनिधि के रूप में थे। इस बार टिकट न मिलने से नाराज चंद्र भद्र सिंह बहुजन समाज पार्टी में चले गए। इसके पहले भी वह कई पार्टियों में इधर से उधर आ-जा चुके हैं। वह गठबंधन उम्मीदवार के रूप में अपने को स्थानीय बताते हुए एवं सुल्तानपुर के विकास के लिए अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। जिले में जारी अंतिम मतदाता सूची के अनुसार 18 लाख 11 हजार 770 मतदाता बनाए गए हैं। इसमें 9 लाख 47 हजार 618 पुरुष व 8 लाख 64 हजार 59 महिला मतदाता हैं। इन मतदाताओं के बीच तीनों पार्टियों के उम्मीदवार अपने आकर्षक वादे लेकर जनता के बीच इस भीषण गर्मी को सहन करते हुए जनता के सामने हाथ जोड़े खड़े दिखाई दे रहे हैं। दोनों उम्मीदवारों के मुकाबले मेनका की लगातार उपस्थिति उनकी मजबूती को और मजबूत कर रही हैं।सं प्रदीपवार्ता