नयी दिल्ली, 24 नवंबर (वार्ता) साइबर सुरक्षा पर आयोजित यहाँ आयोजित दो-दिवसीय वैश्विक सम्मेलन आज समाप्त हो गया। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ‘विकास के लिए साइबर, सबके लिए साइबर’ का मंत्र देते हुये सम्मेलन की समाप्ति की घोषणा की।
समापन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “मोदी सरकार के ‘सबका साथ, सबका विकास’ की तर्ज पर मैं कहना चाहती हूँ ‘विकास के लिए साइबर, सबके लिए साइबर’।” उन्होंने कहा कि सरकार साइबर और डिजिटल मंचों का इस्तेमाल आम लोगों के सशक्तीकरण के लिए करने के लिए प्रतिबद्ध है।
श्रीमती स्वराज ने कहा कि डिजिटलीकरण और साइबर स्पेस ने आर्थिक विकास के नये आयाम खोले हैं और सूचना के अभूतपूर्व सागर तक लोगों की पहुँच उपलब्ध कराई है। इसने लोगों के संवाद के तौर-तरीके को भी पूरी तरह बदल दिया है, लेकिन इसके साथ ही इसने ऐसी चुनौतियाँ भी पेश की हैं, जिनके लिए कोई पूर्व निर्धारित समाधान नहीं है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक समुदाय अब साइबर स्पेस से जुड़े खतरों के प्रति भी सजग हो गया है। इनसे निपटने के लिए एकजुट होकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी संगठन भी नापाक साइबर साधनों का उपयोग अपने गलत उद्देश्यों के लिए कर रहे हैं। इसके मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय सहयोग के नये तंत्र विकसित किये जाने की जरूरत है।
अजीत सुरेश
जारी (वार्ता)