भारतPosted at: Sep 10 2018 7:05PM Share श्री गहलोत तथा श्री सुरजेवाला ने कहा कि तेल की कीमतों को बढ़ने को लेकर सरकार अंतरराष्ट्रीय कारणों का जो तर्क दे रही है, वह गलत है। उन्होंने कहा कि सरकार यदि तेल पर लगे कुछ करों को हटा दे तो पेट्रोल और डीजल की कीमत में कम से कम 15 रुपए तक की तत्काल कमी आ जाएगी। पेट्रोल डीजल को वस्तु एवं सेवा (जीएसटी) के दायरे में लाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि ईंधन कीमतें बढने के लिए अंतरराष्ट्रीय कारण बताना सरकार का गैर जिम्मेदाराना रवैया है। गौरतलब है कि इससे पहले कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के बंद को असफल करार देते हुए कहा था कि तेल की दरों में वृद्धि के लिए सरकार जिम्मेदार नहीं है। वेनेजुएला में राजनीतिक अस्थिरता, ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध और अमेरिका में शेल गैस का उत्पादन नहीं होने के अलावा दुनिया में तेल उत्पादन में कमी आना और उससे उपलब्धता की कमी मूलत: इस संकट का कारण है इसलिए इस समस्या का निराकरण सरकार के हाथ में नहीं है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने तेल पर अनाप शनाप कर लगाकर 114072 करोड़ रुपए अर्जित किए हैं और देश की जनता को लूटा जा रहा है जबकि विदेशों को 34 रुपए डीजल और 37 रुपए की दर से भारत सरकार तेल बेच रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने चार साल के दौरान पेट्रोल पर 211 और डीजल पर 443 प्रतिशत कर बढ़ाया है जिसका खामियाजा देश की जनता को भुगतना पड़ रहा है।अभिनव आशावार्ता