नयी दिल्ली 10 सितंबर (वार्ता) केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री कर्नल (सेवानिवृत्त) राज्यवर्धन राठौर ने दूरदर्शन के सीधा प्रसारण क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से सोमवार को यहां दूरदर्शन के नौ डीजिटल सेटेलाइट न्यूज गैदरिंग (डीएसएनजी) वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर कर्नल राठौर ने कहा कि उनकी सरकार का जोर ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ पर है और इस दिशा में पूर्वोत्तर क्षेत्र में कई विकास कार्य चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में अधिक डीएसएनजी वाहनों के काम पर लगाए जाने से पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास से जुड़ी खबरों को लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव अमित खरे, दूरदर्शन की महानिदेशक सुप्रिया साहू और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
दूरदर्शन से सीधा प्रसारण की क्षमता बढ़ाने के लिए इसमें नौ नए सी-बैंड डीएसएनजी वाहन शामिल किए गए हैं जो एचडी सिग्नल जोड़ने में सक्षम हैं। इन वाहनों की वैश्विक निविदा के जरिए खरीद पर 22.83 करोड़ रुपये (2.54 करोड़ रुपये प्रति वाहन) की लागत आई है।
इन डीएसएनजी इकाइयों की मदद से दूरदर्शन की पूर्वोत्तर से सीधा प्रसारण करने की क्षमती बढ़ जाएगी क्योंकि चार डीएसएनजी गंगटोक, कोहिमा, इम्फाल और अगरतला में तैनात किए जाएंगे। चूंकि पूर्वाेत्तर सरकार का फोकस क्षेत्र है, इससे अब तक के अनदेखा क्षेत्रों से समाचार एकत्र करने के साथ-साथ प्रोग्रामिंग पहल को बढ़ावा मिलेगा।
इसके अलावा नई डीएसएनजी इकाइयां इलाहाबाद, विशाखापट्टनम, चंडीगढ़, जगदलपुर और पुणे में भी लगाई जाएंगी।
दूरदर्शन के पास अभी 34 डीएसएनजी इकाइयां हैं जो देशभर में तैनात की गई हैं। इनमें से 16 इकाइयां सी-बैंड पर काम करती हैं और 18 इकाइयां कू-बैंड पर काम करती हैं। हालांकि इन 34 डीएसएनजी इकाइयों में 2 ही एचडी सिग्नल को ‘अपलिंक’ कर पाती हैं।
संजय आशा
वार्ता