भारतPosted at: Oct 26 2018 6:12PM स्वामीनाथन कृषि क्षेत्र के विश्व गुरु हैं : नायडू
नयी दिल्ली 26 अक्टूबर (वार्ता) उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन को कृषि के क्षेत्र में विश्वगुरु बताते हुए देश में खाद्य सुरक्षा को मजबूत बनाने में उनके योगदान को रेखांकित किया है और नीति निर्धारकों को कृषि के मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा है।
श्री नायडू ने आज यहाँ श्री स्वामीनाथन को पहला विश्व कृषि पुरस्कार देते हुए यह बात कही। भारतीय खाद्य एवं कृषि परिषद् द्वारा आयोजित इस समारोह में वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु केरल के राज्यपाल पी सदाशिवं एवं हरियाणा के कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनकड़ आदि मौजूद थे।
उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि श्री स्वामी नाथन ने हरित क्रांति के युग में अपना कदम रखा और देश में खाद्य सुरक्षा की नीव को मजबूत बनाया तथा उनकी दृष्टि और कार्यशैली ने कृषि वैज्ञानिको की समूची पीढी को प्रभावित किया और प्रेरणा दी वह एक पुरी दुनिया में कृषि के विश्वगुरु हैं।
उन्होंने कहा कि आज कृषि के क्षेत्र में देश की 50 प्रतिशत आबादी को काम मिल सकता है इसलिए नीति निर्माताओं को इसे विशेष दर्ज़ा देना चाहिए एवं सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए तथा बजट आवंटन भी अधिक होना चाहिए उन्होंने कहा कि किसानों को विशेष प्रोत्साहन बुनयादी सुविधाएँ सिंचाई सुविधा बीमा तथा ऋण की भी सुविधा मिलनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि कृषि के क्षेत्र में लोगों की संख्या कम हो रही है। इसे देखते हुए कृषि में विकास तथा प्रगति पर विशेष ध्यान एवं प्रयास की जरुरत है ताकि ग्रामीण लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो। उन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों नीति निर्माताओं और किसानों के बीच समन्वय एवं ताल मेल की जरुरत है
उन्होंने जलवायु परिवर्तन के ख़राब प्रभावों की चर्चा करते हुए कहा कि हमे अब जलवायु को ध्यान में रखते हुए फसल लगाने का काम करना चाहिए और ऐसी फसलों को विकसित करना चाहिए।
अरविन्द.संजय
वार्ता