नयी दिल्ली 01 दिसम्बर (वार्ता) केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने शनिवार को कहा कि सरकार सीमाओं पर तैनात देश की पहली रक्षा पंक्ति सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) को और मजबूत तथा शक्तिशाली बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
श्री रिजिजू ने आज यहां बीएसएफ के 54वें स्थापना दिवस पर बल के अधिकारियों और जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि वह देश की रक्षा में प्राणों का बलिदान देने वाले शहीदों को नमन करते हैं।
उन्होंने कहा, “आपका बलिदान अतुल्य और पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है।” उन्होंने कहा कि राष्ट्र के विकास और उसकी सुरक्षा में बल की महत्वपूर्ण भूमिका है। बल के कार्यों और उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, “यह संगठन बेमिसाल और बेजोड़ है। यह कोई भी कार्य और कहीं भी करने में पूरी तरह सक्षम है।” उन्होंने बल के परिसर में स्थित शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
बल के महानिदेशक रजनीकांत मिश्रा ने बीएसएफ की उपलब्धियों, नयी पहलों और भविष्य की चुनौतियों से निपटने की तैयारियों का जिक्र करते हुए राष्ट्र को आश्वस्त किया कि उसके जवान तथा अधिकारी सीमाओं की पवित्रता को हर हाल में बनाये रखेंगे चाहे इस पावन कार्य के लिए उन्हें अपना जीवन ही बलिदान क्यों न करना पड़े।
पाकिस्तान और बंगलादेश से लगती 6386 किलोमीटर लंबी सीमा की निगरानी के लिए एक दिसम्बर 1965 को बीएसएफ का गठन किया गया था। शुरू में 25 बटालियनों के साथ सीमा पर तैनात इस बल में अब 192 बटालियन हैं और यह ढाई लाख से अधिक जवानों तथा अधिकारियों की कुशल जनशक्ति से लबरेज है।
इससे पहले बल के विभिन्न दस्तों ने शानदार मार्च पास्ट किया और मुख्य अतिथि को सलामी दी। इनमें पैदल दस्ता, ऊंट दस्ता, श्वान दस्ता, घुड़सवार दस्ता, तोपखाना और सिग्नल दस्ते आदि शामिल थे।
संजीव, उप्रेती
वार्ता