नयी दिल्ली, 06 अप्रैल (वार्ता) करीब ढाई दशक तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में रहे फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा की जुबान पर शनिवार को कांग्रेस में शामिल होते समय भी भाजपा का नाम था। उन्होंने कई बार भाजपा का उल्लेख किया और इस दौरान ऐसा भी मौका आया जब उन्होंने कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल को भी भाजपा नेता कह दिया।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “बिहार में भाजपा को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले भाई शक्तिसिंह गोहिल का आभार।” इसी दौरान कुछ पत्रकारों ने उन्हें टोका तो खुद को संभालते हुए उन्होंने अपने अंदाज में कहा, “भाजपा का नाम थोड़ा आएगा ही। भाजपा का आज 39वां स्थापना दिवस है। मुझे लगता है कि आप यह समझने के लिए काफी परिपक्व हैं कि मैंने ये सब जानबूझकर नहीं कहा। अभी तो मैं कांग्रेस का नया खिलाड़ी बना हूं।”
श्री सिन्हा दो बार राज्यसभा और दो बार लोकसभा के सदस्य रहे हैं। केंद्र में जब श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार थी तो वह उनके मंत्रिमंडल में पोत परिवहन राज्य मंत्री थे। इसी आधार पर उन्हें 2014 में मोदी मंत्रिमंडल में मंत्री पद मिलने की उम्मीद थी लेकिन मंत्री नहीं बनाए जाने वह नाराज हो गये और उन्होंने आरंभ से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विरोध का मोर्चा खोल दिया था।
शनिवार को जब यहां कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल, मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, पार्टी के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल तथा बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदनमोहन झा की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की तो आधा से ज्यादा समय तक वह भाजपा के बारे में ही बोलते रहे।
इस दौरान उन्होंने भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, जसवंत सिंह, यशवंत सिन्हा, सुमित्रा महाजन आदि की जमकर तारीफ की और कहा कि इन नेताओं के मार्गदर्शन में भाजपा बुलंदियों पर पहुंची लेकिन आज इन्हीं नेताओं को निष्क्रिय मार्गदर्शक मंडल का सदस्य बना दिया गया है। मार्गदर्शक मंडल की कभी बैठक नहीं होती है।
अभिनव.श्रवण
वार्ता