नयी दिल्ली 05 नवंबर (वार्ता) केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण इलाकों में मानक के तहत जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के वास्ते ‘स्मार्ट जलापूर्ति मापन एवं निगरानी प्रणाली’ विकसित करने के लिए ग्रैंड चैलेंजर का आयोजन किया जिसमें 218 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
मंत्रालय ने बताया कि आवेदकों को विभिन्न प्रणालियों के तहत अपनी दक्षता साबित करने के लिए तीन चरणों वाली चुनौती को पार करना होगा। इन सभी चरणों के मूल्यांकन के आधार पर एक विजेता और दो उपविजेताओं का चयन किया जाएगा और विजेता 50 लाख रुपये और दोनो उपविजेताओं को 20-20 लाख रुपये का सम्मान दिया जाएगा।
चैलेंज में शामिल होने के लिए एलएलपी कंपनियों, इंडियन टेक स्टार्ट-अप्स, इंडिविजुअल्स आदि से कुल 218 आवेदन आये है। इन आवेदको 46 व्यक्ति, 33 कंपनिया,76 भारतीय टेक स्टार्ट-अप, 15 एलएलपी कंपनियों और 43 एमएसएमई शामिल है। इन सभी आवेदनों का मूल्यांकन किया जा रहा है।
राष्ट्रीय जल जीवन मिशन, पेयजल और स्वच्छता विभाग ने जल शक्ति मंत्रालय के साथ मिलकर 'स्मार्ट जलापूर्ति मापन एवं निगरानी प्रणाली' विकसित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने आईसीटी ग्रैंड चैलेंज की घोषणा की थी।
अभिनव.संजय
वार्ता