नयी दिल्ली , 27 दिसम्बर ( वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहिबजादा दिवस पर गुरु तेग बहादुर , माता गुजरी , गुरु गोविंद सिंह और चारों साहिबजादों की शहादत को नमन किया है।
श्री मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के अपने संबोधन में कहा कि देश में आतताइयों और अत्याचारियों से देश की हजारों साल पुरानी संस्कृति और सभ्यता तथा रीति-रिवाज को बचाने के लिए दिये गये बलिदानों को आज याद करने का भी दिन है। उन्होंने कहा, “आज के ही दिन गुरु गोविंद जी के पुत्रों, साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया था। अत्याचारी चाहते थे कि साहिबजादे अपनी आस्था छोड़ दें, महान गुरु परंपरा की सीख छोड़ दें। लेकिन, हमारे साहिबजादों ने इतनी कम उम्र में भी गजब का साहस दिखाया, इच्छाशक्ति दिखाई। दीवार में चुने जाते समय, पत्थर लगते रहे, दीवार ऊँची होती रही, मौत सामने मंडरा रही थी, लेकिन, फिर भी वो टस-से-मस नहीं हुए।”
प्रधानमंत्री ने गुरु गोविंद सिंह की माता जी – माता गुजरी की शहादत को याद करते हुए कहा कि “ आज ही के दिन माता गुजरी ने भी शहादत दी थी। करीब एक सप्ताह पहले, श्री गुरु तेग बहादुर जी की भी शहादत का दिन था। मुझे, यहाँ दिल्ली में, गुरुद्वारा रकाबगंज जाकर, गुरु तेग बहादुर जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने का, मत्था टेकने का अवसर मिला।”
उन्होंने कहा, “ इसी महीने हम श्री गुरु गोविंद सिंह के परिवार के लोगों के द्वारा दी गयी शहादत को बड़ी भावपूर्ण अवस्था में याद करते हैं। इस शहादत ने संपूर्ण मानवता और देश को नयी सीख दी। इस शहादत ने हमारी सभ्यता को सुरक्षित रखने का महान कार्य किया। हम सब इस शहादत के कर्जदार हैं। ऐसी ही अनेकों शहादतों ने भारत के आज के स्वरूप को बचाए और बनाए रखा है।
साहिबजादा दिवस गुरु गोविंद सिंह के चार पुत्रों अजीत सिंह जुझार सिंह ,जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत की याद में मनाया जाता है।
प्रणव टंडन
वार्ता