नयी दिल्ली 26 मई (वार्ता) मोदी सरकार के तीन साल के कार्यकाल में कुल 139 जिले खुले में शौच से मुक्त (ओपन डिफेक्शन फ्री)हो गए हैं लेकिन अभी तक बिहार का एक भी जिला मुक्त नहीं हो पाया है जबकि गुजरात के सबसे अधिक 26 जिले खुले में शौच से मुक्त हो गए हैं। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने अपने मंत्रालय के तीन साल के काम काज का लेखा जोखा पेश करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश के 6लाख 58 हज़ार 34 हज़ार गाँव में से दो लाख 143 गाँव ओ डी एफ घोषित हुए हैं यानी 33 प्रतिशत गाँव ओ डी एफ घोषित हो चुके हैं। केरल ,हिमाचल और सिक्किम जैसे राज्य पूरी तरह ओ डी एफ घोषित हुए हैं। उन्होंने बताया के देश के कुल 139 ओ डी एफ घोषित जिलों में सर्वाधिक 26 जिले गुजरात के हैं,दुसरे स्थान पर हरियाणा के 16 जिले तथा उत्तराखंड ,महाराष्ट्र एवं झारखण्ड के 11-11 जिले हैं लेकिन बिहार का एक भी जिला घोषित नहीं हुआ। उत्तर प्रदेश में केवल शामली जिला ओ डी एफ घोषित हुआ है। उन्होंने बताया कि ओ डी एफ की सूची में पंजाब के आठ ,पश्चिम बंगाल के सात ,राजस्थान के छह तथा कर्नाटक के पांच जिले शामिल हैं। यह पूछे जाने पर कि बिहार में तीन सालों में एक भी जिला ओ डी एफ घोषित क्यों नहीं हो पाया ,श्री तोमर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बिहार तेजी से यह काम करेगा लेकिन केन्द्रीय ग्राम विकास राज्य मंत्री रामकृपाल यादव ने खिन्न हो कर कहा “ बिहार का कोई जिला ओ डी एफ घोषित नहीं हुआ तो वह क्या करें।बिहार सरकार को इस बारे में कई बार कहा गया। ”उन्होंने उलटे पत्रकारों से कहा“ आप लोग ही इस सम्बन्ध में कुछ करें।” ग्रामीण विकास सचिव अमरजीत सिन्हा ने कहा “ अगले महीने बिहार सरकार के साथ हम लोगों की बैठक होने वाली है जिसमे मंत्री जी भी रहेंगे,उसमे इस पर विचार होगा।” अरविंद आशा वार्ता