राज्य » जम्मू-कश्मीरPosted at: Feb 10 2019 5:32PM कश्मीर में हड़ताल के बाद पटरी पर लौटा जनजीवनश्रीनगर, 10 फरवरी (वार्ता) कश्मीर में एक दिन की हड़ताल के बाद रविवार को जनजीवन पटरी पर लौट आया। दरअसल अलगावादियों ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु जिसे 9 फरवरी, 2013 को दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी की छठी बरसी के अवसर पर घाटी में शनिवार को बंद का आह्वान किया था। श्रीनगर के शहर और शहर-ए-खास (सेक) में सुरक्षा कारणों से लगाए गए कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध भी हटा दिए गए है लेकिन दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के कुछ हिस्सों में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में पांच आतंकवादी के मारे जाने के बाद स्थिति तनावपूर्ण है। रविवार को हरि सिंह हाई स्ट्रीट, गोनीखान, रेजीडेंसी रोड, मौलाना आजाद रोड, महराज बाजार, बटमालू, इकबाल पार्क, दालगेट, रीगल चौक और बुदशाह चौक सहित सिविल लाइंस के मुख्य व्यवसाय केंद्रों में दुकानें और व्यापारिक गतिविधियां फिर से सामान्य हो गई। श्रीनगर एवं अन्य प्रमुख शहरों में दुकानें खुल गई और सभी मार्गों पर यातायात भी सामान्य रूप से जारी रहा।इसके अलावा ऐतिहासिक लाल चौक से घंटा घर की और से जाने वाले सभी मार्गों पर लगी कांटेदार तारों को भी हटा दिया गया और सैकड़ों विक्रेताओं ने भी ऐतिहासिक रविवार बाज़ार में अपने स्टॉल लगाए है। अफ़ज़ल गुरु के गृह नगर सोपोर समेत सभी मार्गों पर व्यापारिक और यातायात गतिविधियां सामान्य रूप से चल रही है। कश्मीर के गंदेरबल,बड़गाम,अनंतनाग जिलों में गतिविधियां सामान्य है लेकिन कुलगाम में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में पांच आतंकवादियों के मारे जाने के बाद से इलाके में स्थिति तनावपूर्ण है। जतिन जितेन्द्रवार्ता