श्रीनगर, 11 फरवरी (वार्ता) जम्मू-कश्मीर में विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस ने राज्यपाल सत्य पाल मलिक के “ वह सिर्फ राज्यपाल ही नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री भी हैं” संबंधी बयान की आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह की टिप्पणियां विधानसभा चुनाव करवाने में विलंब करने के उद्देश्य से किया जा रहा निरर्थक प्रयास हैं।
नेशनल कांफ्रेस के प्रवक्ता ने सोमवार को यहां जारी बयान में कहा, “ हम श्री मलिक को याद दिलाएंगे कि उन्हें नयी दिल्ली ने राज्य के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया है, राष्ट्रपति शासन राज्य में लोकतांत्रिक सरकार बनाने तक अंतरिम व्यवस्था है।’
उन्होंने कहा कि जम्मू के कटरा में दिया गया श्री मलिक का बयान अपमानजनक ही नहीं बल्कि राज्य में लोकतंत्र के संस्थानों के लिए खतरनाक भी है। प्रदेश की जनता को यह विश्वास दिलाना होगा कि राजभवन एक निष्पक्ष, अराजनैतिक दृष्टिकोण बनाए रखते हुए लोकतंत्र का मार्ग प्रस्तुत करेगा।
उन्होंने कहा कि कारगिल में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन के बावजूद राज्यपाल की चुप्पी से केवल यह साबित होता है कि राजभवन अब भाजपा का स्थानीय राजनीतिक मुख्यालय बन गया है।