श्रीनगर 30 अक्टूबर (वार्ता) जम्मू-कश्मीर की स्थिति का जायजा लेने राज्य के दौरे पर आये यूरोपीय संघ के सांसदों ने कहा है कि अनुच्छेद 370 को समाप्त करना भारत का आंतरिक मामला है, लेकिन आतंकवाद वैश्विक खतरा है, इसलिए वे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ हैं।
फ्रांस के सांसद हेनरी मलूसे ने बुधवार को यहां सवाददाताओं से कहा, “यदि हम अनुच्छेद 370 के बारे में बात करते हैं, तो यह भारत का आंतरिक मामला है। हमारी चिंता आतंकवाद को लेकर है, जो एक वैश्विक खतरा है। हम सभी को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़ा होना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि प्रतिधिमंडल ने सेना और पुलिस के साथ -साथ युवा कार्यकर्ताओं से बात की है और उनसे शांति बहाल करने के लिए उनकी राय जानी है। उन्होंने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में मंगलवार रात आतंकवादियों द्वारा पश्चिम बंगाल के पांच श्रमिकों की हत्या किये जाने की घटना भी निंदा की है।
पोलैंड के सांसद रिजार्ड जार्नेकी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने पक्षपातपूर्ण तरीके से कश्मीर की स्थिति की रिपोर्टिंग की है। उन्होंने कहा, “जब हम लोग अपने वापस जाएंगे, तो हम उन्हें बतायेंगे कि हमने यहां क्या देखा।”
ब्रिटेन के सांसद न्यूटन डन्न ने कहा कि हम भारत को विश्व के सबसे शांतिपूर्ण देख के रूप में देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “हम लोग यूरोपीय है, जो वर्षों की लड़ाई के बाद शांतिपूर्ण क्षेत्र बना। भारत को विश्व का सबसे शांतिपूर्ण देश बनाने के लिए वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमें उसके साथ खड़े रहने की जरूरत है। यह दौरा आंखें खोलने वाला है और हम लोगों ने निश्चित रूप से यहां जो देखा है ,उसे बतायेंगे।”
संतोष जितेन्द्र
जारी वार्ता