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सफारी की शान जेसिका के नाम पर होगी ब्रीडिंग सेंटर वाली सड़क

सफारी की शान जेसिका के नाम पर होगी ब्रीडिंग सेंटर वाली सड़क

इटावा, 27 जून (वार्ता) चंबल की छवि को बदलने के लिहाज से उत्तर प्रदेश के इटावा मे स्थापित लाइन सफारी की शान बन चुकी जेसिका शेरनी के नाम पर सफारी में ब्रीडिंग सेंटर से आसपास से निकलने वाली सड़क को जेसिका रोड का नाम दिया गया है । इसका जल्द ही बोर्ड भी लगाया जाएगा ।

सफारी पार्क के निदेशक वी.के.सिंह ने गुरूवार को पत्रकारो को बताया कि सफारी में जितने भी शावकों की किलकारियां गूंज रही हैं । वे सभी शावक जेसिका के ही हैं। सफारी में जेसिका की बजह से ही शावक आए हैं, खुशहाली आई है। इसलिए सफारी प्रशासन ने एक सड़क को जेसिका रोड का नाम देने का निर्णय लिया है।

सिंह ने बताया कि हालांकि जेसिका के ब्रीडिंग सेंटर का ताला बंद कर दिया गया है और सिर्फ इमरान ही उसके आसपास जा सकता है लेकिन कीपर से लेकर स्वीपर तक लगभग 12 लोग जेसिका व उसके शावकों की गतिविधियों पर पूरी नजर रखे हुए हैं। डाक्टरों की टीम भी देखरेख कर रही है और बायोलाजिस्ट भी उसके व्यवहार का अध्ययन कर रहे हैं। यही कारण है कि सफारी प्रशासन जेसिका व चारों बच्चों की देखरेख भली भांति कर रहा है। प्रत्येक दो घंटे में इसकी रिपोर्ट डायरेक्टर को दी जाती है।

सफारी में जेसिका शेरनी ने चार शावकों को जन्म दिया है। दूसरे दिन भी यह शावक पूरी तरह स्वस्थ व प्रसन्नचित हैं और अपनी मां के आसपास ही हैं। उन्होने बताया कि दिसम्बर 2015 में इटावा सफारी लाए जाने से पहले जेसिका गुजरात में थी और वहां जूनागढ़ में उसने एक मादा शावक को जन्म दिया था। जिसका नाम जेनिफर रखा गया। अब जेनिफर सात वर्ष की हो गई है। गुजरात के जूनागढ़ से आठ शेरों को इटावा लाया जा रहा है और खास बात यह है कि जिन आठ शेर-शेरनी को इटावा सफारी में लाया जाएगा उनमें जेसिका की बेटी जेनिफर भी शामिल है। निदेशक ने बताया कि अब सफारी प्रशासन के लिए इन शावकों को सेहतमंद रखना एक बड़ी चुनौती है। जिसके लिए सफारी प्रशासन जी-जान से जुटा है। फिलहाल बच्चे अपनी मां जेसिका के साथ ही रहेंगे। सीसीटीवी कैमरे से उन पर नजर रखी जा रही है। किसी को भी जेसिका के पास जाने की इजाजत नहीं है। हालांकि शेरनी के द्वारा चार बच्चों को जन्म दिया जाना कोई पहली घटना नहीं है। लेकिन यह अद्भुत जरुर है। खास बात यह है कि शेरनी जेसिका चारों बच्चों का बराबर से ख्याल रख रही है। जिसके चलते किसी को कोई परेशानी नहीं हो रही है। वह बारी-बारी से चारों शावकों को दूध पिला रही है।

सिंह ने बताया कि सफारी प्रशासन इस तरह सतर्क है कि शावकों और जेसिका को लेकर रत्ती भर भी रिस्क नहीं ली जा रही है। एक कीपर इमरान जिसके साथ जेसिका की अच्छी ट्यूनिंग है। सिर्फ उसी को ब्रीडिंग सेंटर के आसपास जाने की इजाजत है। सफारी में पहले से मौजूद तीनों शावक जेसिका के ही हैं।

सफारी पार्क के उपनिदेशक सुरेश चन्द्र राजपूत ने बताया कि जेसिका एक बेस्ट मदर है। उसकी खास बात यह है कि वह चारों बच्चों को बराबर से लाड दुलार दे रही है। जेसिका एक करवट लेती है तो उसके दो शावक दूध पी लेते हैं। इसके बाद वह करवट बदल लेती है और फिर दूसरे दो शावकों को दूध पिला देती है। इस तरह वह चारों शावकों का बराबर से ध्यान रख रही है। एक-डेढ़ घंटे के अंतराल पर यह शावक दूध पी रहे हैं।

सफारी प्रशासन ने चारों शावकों का वजन अभी नहीं लिया है। दो चार दिन बाद जब शेरनी सामान्य होगी तब वजन लिया जाएगा। लेकिन सफारी प्रशासन का अनुमान है कि चारों शावक लगभग एक-एक किलो वजन के हैं जो पूरी तरह स्वस्थ्य व प्रसन्नचित्त हैं।

शेरनी जेसिका ने पिछले चार दिनों से भोजन नहीं किया है। शावकों को जन्म देने के दो दिन पहले से ही उसने भोजन करना छोड़ दिया था। बुधवार की शाम को जेसिका ने सिर्फ पानी पिया था। इसके बाद गुरुवार को भी पूरे दिन जेसिका ने कुछ खाया पिया नहीं है। उसके लिए भोजन पहुंचाया गया था जो उसी तरह रखा हुआ है।

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