राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Nov 10 2018 12:25PM फिलहाल राज्य की 15 सीटों पर उम्मीदवारों के भविष्य को नोटा ने प्रभावित किया था। नोटा का सबसे ज्यादा इस्तेमाल घुर नक्सल प्रभावित बस्तर एवं सरगुजा संभाग की कई सीटो पर मतदाताओं ने तो किया ही था,शहरी क्षेत्र भी इससे अछूते नही थे। जहां तक बस्तर का प्रश्न है तो वहां पर तो नक्सली लोगो से मतदान का बहिष्कार करने की अपील करते है,लेकिन वहां की सीटो पर नोटा का ज्यादा इस्तेमाल संभव है कि नक्सलियों की वजह से हो।हालांकि कुल लोग इससे सहमत नही है। राज्य के मंत्रियों पुन्नूलाल मोहिले,भैयाराम रजवाड़े,रामसेवक पैकरा,महेश गागड़ा के हार जीत का अन्तर नोटा को मिले मतों से भी कम था।मुंगेली सीट पर भाजपा के पुन्नूलाल मोहिले को 2745 मतों से जीत हासिल हुई जबकि इस सीट पर नोटा के लिए 5025 मत पड़े। इसी प्रकार बैकुंठपुर सीट पर भैयाराम रजवाड़े को 1063 मतों से जीत हासिल हुई जबकि नोटा को 3265 मत हासिल हुए। राज्य की कई सीटे है जहां हार जीत के अन्तर से दोगुना से लेकर पांच गुना अधिक मत नोटा को हासिल हुए।राजनांदगांव जिले की मोहला मानपुर सीट से कांग्रेस की तेजकुंवर गोवर्धन ने महज 956 मतों से जीत हासिल की थी जबकि नोटा को 5742 मत मिले थे। इस सीट पर भी नक्सलियों का काफी प्रभाव माना जाता है। राजिम सीट पर भाजपा के संतोष उपाध्याय ने 2441 मतों से जीत हासिल की थी जबकि नोटा 5673 मत मिले थे। साहू जारी.वार्ता