राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Nov 11 2018 11:49AM राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुब्रत साहू ने दो दिन पूर्व ही बस्तर पहुंचकर वहां चल रही मतदान की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होने वहां राज्य पुलिस के साथ ही केन्द्रीय बलों के आला अफसरों के साथ सुरक्षा बलों की तैनाती समेत मतदान को शान्तिपूर्ण ढ़ग से सम्पन्न करवाने के सभी जरूरी उपायों पर विचार विमर्श किया।आपात स्थिति उत्पन्न होने पर होने वाले बन्दोबस्त के साथ ही एक एयर एम्बुलेंस भी जगदलपुर में तैनात करने का निर्णय हुआ है। इस चरण में कुल 190 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। इस चरण के मतदान में कुल 31 लाख 79 हजार 520 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। मतदान के लिए 4336 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। इस चरण में 16 लाख 21 हजार 839 महिला, 15 लाख 57 हजार 592 पुरूष तथा 89 तृतीय लिंग के मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।इस चरण के कुल 4336 मतदान केन्द्रों मे से बस्तर संभाग की 12 सीटों में 1190 केन्द्र अतिसंवेदनील तथा राजनांदगांव जिले में 221मतदान केन्द्र अतिसंवेदनशील है। यहां पर 256 मतदान केन्द्र संवेदनशील है,जबकि राजनीतिक रूप से 396 मतदान केन्द्र संवेदनशील है। पहले चरण की जिन सीटों पर कल मतदान होगा,उनमें सबसे अहम राजनांदगांव सीट है,जहां से मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह तीसरी बार उम्मीदवार है। उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व प्रधानमंत्री स्वं अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करूणा शुक्ला से है। पहले चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में नारायणपुर सीट से स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप एवं बीजापुर सीट से वन मंत्री महेश गागड़ा शामिल है। इस चरण की 18 सीटों में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के पास भाजपा की अपेक्षा कहीं ज्यादा चुनौती अपनी सीटों को बरकरार रखने की है। बस्तर संभाग की 12 में आठ सीटे कांग्रेस के पास में तथा राजनांदगांव की छह में से चार सीटे कांग्रेस के पास है। कुल 18 में 12 सीटे कांग्रेस के पास है। इस चरण में केवल खैरागढ़ एवं कोंटा सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला बताया जा रहा है,शेष सीटे पर कांग्रेस एवं भाजपा में सीधा मुकाबला है। साहूवार्ता