राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Nov 12 2018 3:28PM नक्सली इलाकों में संगीन साए के बीच मतदान करने पहुंचे मतदाताजगदलपुर, 12 नवंबर (वार्ता) छत्तीसगढ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर की बारह विधानसभा सीट के लिए आज हुए पहले चरण के मतदान में नक्सली इलाकों में संगीनों के साए में मतदान के लिए मतदाता निकले। इस दौरान अनेक स्थानों पर इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (इवीएम) की खराब की वजह से देर से मतदान शुरू हो पाया।नक्सली इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हुआ। सुबह सात बजे से ही पोलिंग बूथ पर मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने पहुंचे, इनमें बड़ी संख्या महिला मतदाताओं की थी। निर्वाचन आयोग द्वारा सभी पोलिंग बूथ पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। शुरुआती दौर में मतदान केंद्रों पर वोटर्स की अच्छी खासी भीड़ दिख रही है। हिंसक माहौल के बावजूद मतदाता अपने मताधिकार के महत्व को समझते हुए पोलिंग बूथ पर पहुंचे।जहां सुकमा जिले में 100 साल की एक वृद्धा ने वोट डाला, वहीं गोरगुंडा मतदान केंद्र में 103 साल की वृद्धा को उसका पुत्र गोद में लेकर वोट डलवाने लेकर आया। चिंतागुफा में एक विकलांग युवक ने वोट डालने का साहस दिखाया। जिले के कुंडा ब्लॉक के गांव में पेड़ के नीचे मतदान प्रक्रिया संपन्न कराई गयी और मतदाता लोकल लाल आतंक को धता बताते खुलकर मताधिकार का उपयोग करते दिखे।सुकमा कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी बताते हैं कि जिले में कुल 36 अस्थाई मतदान केंद्र हैं, यहां पेड़ों के नीचे या फिर स्थाई कैंपों में वोटिंग करवाई गयी। इधर दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण थाना क्षेत्र के तुमकापाल मतदान केंद्र के निकट बारूदी सुरंग विस्फोट कर नक्सलियों ने दशहत फैलाने की कोशिश की है। धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ है।इस बीच बीजापुर जिले के केशकुतुल मार्ग पर पुलिस ने एक किलो वजनी बारूदी सुरंग बरामद कर नक्सली मंसूबों को नाकाम किया है। सुकमा जिले के चिंतलनार थाना क्षेत्र के लखापाल में तालाब किनारे एक थैले से एक आईईडी और नक्सली वर्दी बरामद की गयी है।करीम बघेल वार्ता