राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Nov 14 2018 7:28PM महिलाओं का अपमान सहन नहीं करेगी मध्यप्रदेश की धरतीः शिवराजआगरमालवा, 14 नवंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि मध्यप्रदेश मां-बहनों की इज्जत करने वाला प्रदेश है, लेकिन कांग्रेस के नेता उन्हे सजावट की वस्तु बता रहे हैं। मध्यप्रदेश की धरती महिलाओं का यह अपमान सहन नहीं करेगी और कांग्रेस को उसकी सोच के लिए सबक सिखाएगी।श्री चाैहान ने आगरमालवा जिले के सुसनेर और राजगढ़ जिले के जीरापुर में सभाओं को संबोधित करते हुए यह बाते कही। मुख्यमंत्री पहले सुसनेर और वहां से जीरापुर पहुंचे। जीरापुर में सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को महिलाओं को ‘सजावटी महिलाएं’ कहकर संबोधित किए जाने पर जमकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग मां-बेटियों को सजावट का सामान कहते हैं।उन्होंने कहा कि श्री कमलनाथ कहते हैं कि महिलाओं को सजावट के लिए टिकट थोड़े ही देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भारत भूमि है, भारतीय संस्कृति में मां-बेटियों का उंचा स्थान है। जहां पर मां-बेटियों का सम्मान होगा, वहीं देवता निवास करते हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश मां-बेटी की इज्जत करने वाला प्रदेश है। प्रदेश की भाजपा सरकार ने मां-बेटियों को उनका पूरा सम्मान दिया है। मध्यप्रदेश की धरती यह अपमान बिल्कुल सहन नहीं करेगी और निश्चित तौर पर महिलाओं के इस अपमान के लिए चुनाव में कांग्रेस को सबक सिखाएगी।मुख्यमंत्री ने राजगढ़ सभा में कहा कि मध्यप्रदेश मेरा मंदिर है, प्रदेश की जनता मेरी भगवान है और मैं इस भगवान का पुजारी हूं। उन्होंने कहा कि 54 साल कांग्रेस ने सरकार चलाई। 10-10 साल तक एक ही मुख्यमंत्री रहा, लेकिन राजगढ़ जिले की स्थिति क्या थी, यह बताने की जरूरत नहीं है। यहां पर विकास बिल्कुल नहीं हुआ, किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिला। अब भाजपा सरकार ने राजगढ़ जिले के विकास का संकल्प लिया है।उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने कुंडलिया और मोहनपुरा बांध का काम शुरू कराया है। 4 हजार करोड़ से कुंडलियां बांध तैयार होगा। इससे सवा तीन लाख एकड़ में सिंचाई के लिए और 179 गांवों में पीने का पानी मिलेगा। इसी तरह 4 हजार करोड़ रूपए की मोहनपुरा योजना का काम भी पूरा हो गया है। इस योजना से किसानों को सिंचाई के लिए और 345 गांवों में पीने का पानी मिलेगा।सुसनेर में सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के राजा-महाराजा और उद्योगपति सोचते थे कि सरकार चलाना उनका ही जन्मसिद्ध अधिकार हैं। उनको भरोसा नहीं था कि यह दुबला-पतला व्यक्ति भी 15 साल तक सरकार चला पाएगा। उनको लगा कि 5 साल बाद हट जाएगा, फिर लगा कि 10 साल बाद तो हट ही जाएगा। अब 15 साल हो गए और वे सत्ता की तड़प में रातभर करवटें बदलते हैं। बघेल वार्ता