राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jan 16 2019 6:40PM शीतलहर से मध्यप्रदेश में गिरा तापमान, खजुराहो में शून्य से नीचे पहुंचा पाराभोपाल, 16 जनवरी (वार्ता) मौसम के साफ होते ही एक बार पुन: मध्यप्रदेश में शीतलहर का प्रभाव बढ़ गया। अधिकतर स्थानों पर पारा गिरा। इसका सबसे अधिक असर प्रदेश के उत्तरी एवं उत्तर पूर्वी इलाकों में देखा गया, जहां न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट हुई। खजुराहो में तो न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे पहुंचकर 0़ 8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो प्रदेश का सबसे कम न्यूनतम तापमान रहा।मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वैज्ञानिकों के अनुसार पिछले कुछ दिनों में पश्चिमी विझोभ के असर के चलते आसमान में हल्के बादल रहे, जिसके चलते न्यूनतम तापमान काफी उछला था, लेकिन जैसे ही मौसम साफ हुआ और शीतलहर का प्रभाव बढा, पूरा प्रदेश एक बार फिर ठंड की चपेट में आ गया। इसका सबसे ज्यादा असर दतिया, ग्वालियर, नौगांव, दमोह, उमरिया, रीवा में रहा, जहां रात का पार तीन डिग्री के आसपास बना रहा।वहीं, पर्यटन नगरी खजुराहो में तीव्र शीतलहर का प्रभाव देखा गया, जिसके चलते वहां रात का तापमान शून्य से नीचे पहुंचकर 0़ 8 डिग्री रिकार्ड किया गया। इसके अलावा सतना, सीधी, मंडला के अलावा अन्य स्थानों पर भी शीतलहर के चलते ठंड अपने पूरे चरम पर रही। राजधानी भोपाल में रात का पारा 7़ 4 डिग्री सेल्सियस पर आज दूसरे दिन भी टिका रहा। इससे पहले यहां दो दिन में चार डिग्री तक की गिरावट हुई थी।विभाग की माने तो अगले चौबीस घंटे के दौरान भी प्रदेश को शीतलहर से निजात मिलती नजर नहीं आ रही। रीवा, शहडोल, जबलपुर और ग्वालियर संभागों के अलावा छतरपुर, भिंड, मुरैना और दतिया जिलों में शीतलहर चलने की संभावना जताई गयी है।राजधानी भोपाल में आज दिन में तेज धूप के चलते ठंड़ से राहत रही, लेकिन रात का तापमान 7़ 4 डिग्री सेल्सियस पर दूसरे दिन भी टिका रहा। यहां आने वाले कुछ दिनों तक सर्द हवाओं के प्रभाव से रात में ठंड़ बरकरार रहने तथा दिन में तेज धूप से पारा उछलने की संभावना जतायी गयी है।बघेल वार्ता